इंटरनेट मीडिया पर खुद की ‘दबंगई’ दिखाना पड़ा भारी, अपने ही जाल में फंस गई एन्फोर्समेंट विंग की टीम
/file/upload/2025/12/7996853965111373157.webpलोग बोले-नगर परिषद की टीम किसी निजी वाहन की चाबी जबरन निकाल सकती है।
संवाद सहयोगी, जीरकपुर। नगर परिषद की एन्फोर्समेंट विंग पर धक्केशाही और मनमानी के आरोप लगातार बढ़ते जा रहे हैं। नया मामला शनिवार दोपहर उस समय चर्चाओं में आया जब कार्रवाई के दौरान टीम के एक सदस्य ने एक वाहन चालक की गाड़ी से जबरन चाबी निकाल ली। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस हरकत से मौके पर भारी हंगामा हो गया। इस घटना का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे खुद परिषद की टीम ने अपने प्लेटफार्म पर कार्रवाई दिखाने के लिए जारी किया था, लेकिन यह उनके लिए उलटा पड़ गया। कहावत ‘शिकारी खुद जाल में फंस गया’ यहां सच होती दिखाई दी।
घटना के दौरान मौजूद राहगीरों ने सवाल उठाया कि किस अधिकार के तहत नगर परिषद की टीम किसी निजी वाहन की चाबी जबरन निकाल सकती है? लोगों का कहना है कि अगर वाहन गलत तरीके से खड़ा है या नियम तोड़ रहा है, तो चालान काटा जा सकता है।
नोटिस दिया जा सकता है, लेकिन किसी नागरिक के वाहन में हाथ डालकर चाबी निकालना न केवल गलत है बल्कि गैर-कानूनी भी है। यह अधिकार पुलिस का है, न कि नगर परिषद की एनफोर्समेंट विंग का।
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि टीम अक्सर खुद को कानून से ऊपर समझकर मनमानी करती है। कई लोगों ने कहा कि यह कार्रवाई अतिक्रमण हटाने से ज्यादा ‘दादागिरी’ जैसी लग रही थी। घटना के बाद लोगों में रोष बढ़ गया और मौके पर जमकर नारेबाजी भी हुई।
शहरवासियों ने मांग की है कि नगर परिषद प्रशासन इस मामले की जांच कर दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। फिलहाल नगर परिषद की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
हालांकि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं कि क्या शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने वाली यह टीम वास्तव में सुधार लाने के लिए तैनात है या फिर जनता को परेशान करने के लिए?
Pages:
[1]