टाटा कमिंस में कर्मचारी पुत्रों के लिए खुले नियोजन का अवसर, पत्नी को मिले आजीवन चिकित्सा की सुविधा
/file/upload/2025/12/3915248045497016714.webpशनिवार को बैठक में मौजूद टाटा कमिंस प्रबंधन और यूनियन के पदाधिकारी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन ने वेतन समझौते और कर्मचारियों के हितों से जुड़े 40 बिंदुओं का चार्टर्ड ऑफ डिमांड कंपनी प्रबंधन को सौंपा। वर्तमान वेतन समझौता 1 अप्रैल 2026 से लंबित हो जाएगा, ऐसे में यूनियन ने समय रहते समझौता प्रक्रिया शुरू करने की मांग की।
बैठक कंपनी परिसर के सभागार में आयोजित हुई, जिसमें दोनों पक्षों के बीच लगभग एक घंटे तक चर्चा हुई। यूनियन ने टाटा स्टील और टाटा मोटर्स की तर्ज पर कर्मचारी पुत्रों के नियोजन का रास्ता खोलने की मांग की, ताकि कर्मचारी परिवारों के युवाओं को भी कंपनी में सेवा का अवसर मिल सके।विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वर्तमान में टाटा कमिंसमें 11 ग्रेड में कुल 768 कर्मचारी कार्यरत हैं। यूनियन ने सभी कर्मचारियों के बेसिक वेतन में समानुपातिक बढ़ोतरी की मांग रखी। यूनियन ने उम्मीद जताई कि प्रबंधन कर्मचारियों की मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाएगा और समाधान की दिशा में जल्द पहल करेगा। बैठक में प्रबंधन की ओर से एचआर हेड दीपेश चौलिया, भीखम खिंह और अमरजीत उपस्थित थे। वहीं यूनियन की ओर से अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, महामंत्री अविनाश अनुपम सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
टाटा कमिंस यूनियन की प्रमुख मांगें
[*]वेतन समझौता समय पर किया जाए और टाटा मोटर्स की तर्ज पर कर्मचारियों को 20,000 रुपये का वन टाइम इंसेंटिव मिले।
[*]वेतन समझौता तीन साल की अवधि के लिए किया जाए।
[*]सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी और उनकी पत्नी को आजीवन मेडिकल सुविधा प्रदान की जाए।
[*]मेडिकल सुविधाओं में व्यापक सुधार किया जाए।
[*]एसोसिएट ग्रोथ प्लान (AGP) को इस बार ग्रेड समझौते से अलग रखा जाए।
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