Chikheang Publish time 2025-12-7 17:41:57

IndiGo crisis: बेंगलुरु में एयरपोर्ट पर भीड़ हुई कम, लेकिन लगेज वापस लेना लोगों के लिए बना मुसीबत

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एयर पोर्ट पर सामान के लिए परेशान यात्री। (फाइल)



डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार रात को भले ही अफरा-तफरी थोड़ी कम हो गई हो, लेकिन सैकड़ों फंसे हुए यात्रियों के लिए परेशानी जारी रही।

इंडिग लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा था और यात्री 10 घंटे तक परेशान होकर पड़े हुए सामान के ढेरों में अपना सामान ढूंढते रहे। कुछ सामान खराब हो गया था, कुछ गायब था। रिफंड के भरोसे से भी उस तनाव में कोई कमी नहीं आई जो बिना किसी चेइतने बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट तावनी के सिस्टम के ठप होने से हुआ था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सामान के लिए घंटों भटकते रहे लोग

धान्या रविंद्रन, जिनकी फ्लाइट कैंसिल हो गई थी, उन्हें अपने सामान और शूटिंग के लिए जरूरी कैमरा गियर के लिए आठ घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा। उन्होंने कहा, “मैं इंडिगो के स्टाफ से पूछती रही, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि सामान कैसे मिलेगा। वे बस घंटों तक कहते रहे, \“मैडम, प्लीज इंतजार कीजिए\“।“

उन्होंने TOI को बताया, “आखिरकार, एयरपोर्ट के एक स्टाफ मेंबर की मदद से, मुझे कन्वेयर टनल के पास एक छोटी सी जगह मिली और मैंने खुद ही अपना सामान बाहर निकाला। वहां बैग के ढेर लगे हुए थे।“

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7 घंटे के इंतजार के बाद मिला सूटकेस- यात्री

इसी तरह, जयपुर जा रहे सॉफ्टवेयर इंजीनियर आरिफ खान को सात घंटे इंतजार के बाद अपना सूटकेस मिला। उन्होंने बताया, “मेरा बैग ऐसा लग रहा था जैसे उसे फेंका गया हो। पहिए टूटे हुए थे और कोई भी स्टाफ मेंबर यह नहीं बता पाया कि क्या हुआ? यह इंडिगो के ऑपरेशन के इतिहास में सबसे बुरी स्थिति है।“
\“मेरा जिपर फटा हुआ मिला, सामान बिखरा था- यात्री

24 साल की स्टूडेंट अंजना राम के लिए लंबा इंतजार घबराहट में बदल गया। उन्होंने बताया कि मेरे चेक-इन बैग में दवाइयां थीं। मैंने लगभग 9 घंटे इंतजार किया और स्टाफ से गुजारिश की कि इसे प्राथमिकता दें, लेकिन उन्होंने कहा कि वे अलग-अलग बैग को ट्रैक नहीं कर पा रहे हैं। जब आखिरकार उनका सामान आया तो जिपर फटा हुआ था। सामान बाहर गिर रहा था। यह दिल तोड़ने वाला था।
इतने बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर देखना अविश्वसनीय- यात्री

यूके जाने वाले यात्री प्रकाश मेनन ने बताया कि लोग अपना सामान ढूंढने के लिए ढेरों पर चढ़ रहे थे। कोई सिस्टम नहीं था, कोई अनाउंसमेंट नहीं था, कोई लाइन मैनेजमेंट नहीं था। इतने बड़े इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए यह अविश्वसनीय था।

मेनन ने कहा, “रिफंड से मानसिक तनाव या खराब सामान ठीक नहीं होता। सिस्टम साफ तौर पर इतनी बड़ी मुसीबत के लिए तैयार नहीं था।“
सिंगर ने सोशल मीडिया पर शेयर किया दर्द

बेंगलुरु की सिंगर अनन्या प्रकाश के लिए हैदराबाद की छोटी सी फ्लाइट एक ऐसा बुरा अनुभव बन गई जिसे वह कभी नहीं भूलेंगी। उनकी फ्लाइट अचानक कैंसिल हो गई, जिससे वह और सैकड़ों दूसरे लोग बिना किसी जानकारी के फंस गए। उन्होंने कहा, “एयरलाइंस को यात्रियों की कोई परवाह नहीं है, वह परेशान यात्रियों की भीड़ के बीच खड़ी थीं। लोग घंटों से इंतजार कर रहे हैं। बैठने की भी जगह नहीं है।“

उनके चेक-इन किए गए सामान ने उनकी परेशानी और बढ़ा दी। पहले, एयरलाइन स्टाफ ने उनसे कहा कि बैग मिलने में देरी होगी। फिर मैसेज बदल गया और उन्हें सामान वापस मिलने में दो दिन लग सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मेरे सारे काम का सामान उसी बैग में था। जैसे-जैसे अफरा-तफरी बढ़ी, अन्यया प्रकाश ने सोशल मीडिया का सहारा लिया, जवाब मांगे और एयरलाइन की लापरवाही को उजागर किया।

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