सोनभद्र में खनन निरीक्षक और वरिष्ठ सर्वेक्षक हटाए गए, दोनों पदों पर हुई नई तैनाती
/file/upload/2025/12/4663022811076110886.webpदोनों अधिकारियों को तत्काल यहां पदभार ग्रहण करने के लिए कहा गया है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय ने जनपद सोनभद्र में तैनात खनन निरीक्षक मनोज कुमार और खनन सर्वेयर योगेश शुक्ला को हटा दिया है। निदेशालय की सचिव माला श्रीवास्तव के निर्देशानुसार, क्षेत्रीय कार्यालय गाजियाबाद में कार्यरत वरिष्ठ सर्वेक्षक शिव कुमार को सोनभद्र में तैनात किया गया है। इसके साथ ही, जनपद प्रतापगढ़ में तैनात खान निरीक्षक अतुल दुबे को भी सोनभद्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दोनों अधिकारियों को तत्काल यहां पदभार ग्रहण करने के लिए कहा गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस बदलाव के पीछे संभावित कारणों में से एक, 15 नवंबर को बिल्ली मारकुंडी में हुए खनन हादसे को माना जा रहा है। इस हादसे के 37 दिन बाद भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय ने इन अधिकारियों का तबादला किया है। उल्लेखनीय है कि 15 नवंबर को कंप्रेशर मशीन से ड्रिलिंग करते समय कृष्णा माइनिंग वर्क्स की खदान में एक गंभीर हादसा हुआ था। खदान का एक हिस्सा दरक जाने के कारण इस दुर्घटना में सात मजदूरों की मृत्यु हो गई थी, जबकि पांच अन्य मजदूर घायल हुए थे।
इस घटना के बाद, शवों को निकालने के लिए प्रशासन की देखरेख में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने लगभग 68 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है और जांच जारी है। खनन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों के पालन की आवश्यकता को देखते हुए, यह बदलाव महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि इस प्रकार की कार्रवाई से भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सकेगा।
सोनभद्र में खनन गतिविधियों की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए अधिकारियों की तैनाती से उम्मीद की जा रही है कि खनन कार्यों में सुधार होगा और श्रमिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। इस प्रकार, भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय द्वारा की गई यह कार्रवाई न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह खनन क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति एक सकारात्मक संकेत भी है। नए अधिकारियों की तैनाती से क्षेत्र में खनन कार्यों की गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
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