deltin33 Publish time 2025-12-7 22:39:36

उत्तराखंड: इस गांव में हर दूसरे परिवार से एक व्यक्ति सेना में; प्रथम विश्व युद्ध में 22 सैनिकों ने दिखाई वीरता

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देवाल के सवाड़ गांव में शहीद स्मारक जिसमें विश्वयुद्ध में शामिल जवानो के नाम अंकित है।जागरण



हेमचंद्र मिश्रा, जागरण देवाल (चमोली): चमोली जिले के देवाल विकासखंड का सवाड़ गांव, जहां की मिट्टी में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूटकर भरा हुआ है।

275 परिवार और लगभग 2,500 की आबादी वाले इस गांव के हर दूसरे परिवार से एक व्यक्ति सीमा पर तैनात है।

इस गांव के 22 सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध में ब्रिटिश सेना का हिस्सा बनकर अपनी वीरता का लोहा मनवाया। उनकी याद में हर वर्ष यहां सात दिसंबर से तीन दिवसीय अमर शहीद सैनिक मेले का आयोजन होता है।

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समुद्रतल से 5,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित सवाड़ गांव में खत्री, मेहर, बिष्ट, गड़िया, ब्यारी, धपोला, दानू, राणा, बगरी, रावत, आगरी व आर्य जाति के परिवार निवास करते हैं। गांव लगभग सभी तरह की मूलभूत सुविधाओं से जुड़ा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

यहां एक इंटर कालेज, तीन प्राथमिक विद्यालय और दो एनएम सेंटर हैं। गांव के वीर सैनिकों के सम्मान में एक शानदार संग्रहालय और बलिदानी स्मारक भी बनाया गया है। इसी वर्ष गांव के लिए केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत हुआ है, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री धामी के साथ गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने किया।

ग्राम प्रधान आशा धपोला व अमर शहीद सैनिक मेला सवाड़ के अध्यक्ष आलम सिंह बिष्ट कहते हैं कि गांव में केंद्रीय विद्यालय खुलने से क्षेत्र के लोग खुश हैं। इसके लिए ग्रामीणों ने 105 नाली जमीन दान की है।

साथ एक करोड़ की लागत से 15 टिन शेड भी बनाए हैं। यह राशि चंदा लेकर जुटाई गई। वहीं, थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा का कहना है कि सवाड़ को विकसित गांव बनाने के लिए सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
सवाड़ का सैन्य इतिहास

इस गांव के 22 सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध, 38 सैनिकों ने द्वितीय विश्व युद्ध और 17 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश के लिए योगदान दिया।

इसके अलावा वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में गांव के 28 और 1984 के आपरेशन ब्लू स्टार में 15 सैनिक शामिल रहे। गांव में 85 पूर्व सैनिक और 43 वीर नारियां हैं। साथ ही 128 जवान वर्तमान में सेना का हिस्सा हैं।

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