आधुनिक ईएनटी तकनीकों पर दरभंगा में मंथन पूरा, पीजी डाक्टरों की चमकी प्रतिभा
/file/upload/2025/12/1338998631243053092.webpसमापन के मौके पर मौजूद अतिथि एवं प्रतिभागी चिकित्सक। जागरण
संवाद सहयोगी, दरभंगा । बिहार एवं झारखंड क्षेत्र के ईएनटी विशेषज्ञों के तीन दिवसीय सम्मेलन का डीएमसीएच आडिटोरियम में समापन हुआ। सम्मेलन के दौरान कान, नाक व गला रोगों से जुड़ी आधुनिक सर्जरी तकनीकों, एंडोस्कोपिक सर्जरी, सुनने की मशीन, कोक्लियर इंप्लांट, साइनस सर्जरी, वायस डिसआर्डर और हेडनेक कैंसर जैसे विषयों पर विस्तृत व्याख्यान और वैज्ञानिक चर्चाएं हुईं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आधुनिक उपचार पद्धतियों की दी गई जानकारी
विशेषज्ञों द्वारा लाइव सर्जरी और प्रेजेंटेशन के माध्यम से आधुनिक उपचार पद्धतियों की जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर कई युवा चिकित्सकों ने अपने शोध पत्र (पेपर प्रेजेंटेशन) प्रस्तुत किए, जिन्हें विशेषज्ञों द्वारा सराहा गया। सम्मेलन का उद्देश्य चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे नवीनतम अनुसंधान और तकनीकी प्रगति को साझा करना तथा मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना रहा।
ईएनटी चिकित्सा गुणवत्ता को नई दिशा प्रदान करते हैं
आयोजकों ने बताया कि बीजेएओआइसीओएन जैसे सम्मेलन राज्य में ईएनटी चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को नई दिशा प्रदान करते हैं। समापन समारोह में उत्कृष्ट योगदान देने वाले चिकित्सकों को सम्मानित भी किया गया। वहीं पेपर एंड पोस्टर प्रेजेंटेशन के लिए पीजी के 16 चिकित्सक सम्मानित किए गए।
पेपर प्रस्तुति में डा. हरमिन प्रथम, डा. सुमिष्ठा द्वितीय, डा. मानसी कुमार मेहता तृतीय रहे। पोस्टर प्रस्तुति में डा. मानसी कुमार मेहता प्रथम, डा. विदिशा भार्गव द्वितीय, डा. ज्याउफासा होदा तृतीय, कंसलटेंट पोस्टर प्रस्तुति में डा. प्रियंका चकवर्ती प्रथम रहे।
कंसलटेंट पेपर प्रस्तुति में डा. किरण माली प्रथम, डा. संदीप झा द्वितीय, डा. जितेंद्र सिंह तृतीय रहे। पीजी क्विज में डीएमसीएच के डा. प्रिंस एवं डा. किशन प्रथम रहे। आइजीआइएमएस की डा. विदिशा एवं डा. जेएड होदा द्वितीय, एम्स देवघर के डा. विनीत एवं डा. मधु तृतीय रहे।
पीजी एशे प्रतियोगिता में डा. विदिशा भार्गव प्रथम, डा. मानसी कुमार मेहता द्वितीय एवं डा. होजिफा सौहेल तृतीय रहे। आर्गेनाइजिंग चेयरमैन डा. रिजवान अहमद और सचिव डा. मनोज कुमार सम्मेलन को सफल बनाने के लिए सक्रिय रहे।
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