हिमाचल में बचाव के साथ उपचार भी देंगे SDRF जवान, हर रेस्क्यू टीम के साथ जाएगा एक कर्मी, क्यों दिया जा रहा विशेष प्रशिक्षण?
/file/upload/2025/12/8072737153303695237.webpहिमाचल प्रदेश एसडीआरएफ के एसपी अर्जित सेन। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, मंडी। हिमाचल प्रदेश में आपदा के समय या किसी गंभीर परिस्थिति में फंसे घायल लोगों को राज्य आपदा प्रक्रिया बल (एसडीआरएफ) अब प्राथमिक उपचार देकर जान बचाएगा। इसके लिए एसडीआरएफ के 30 जवानों को शिमला स्थित एसएसबी के चिकित्सा प्रशिक्षण केंद्र में विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
क्यों दिया जा रहा प्रशिक्षण
एसडीआरएफ के जवानों को कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में लोगों को बचाने के लिए जाना पड़ता है। कई बार लोग घायल हुए होते हैं और ऐसी स्थिति में प्राथमिक उपचार न होने के कारण उनके जीवन को अधिक खतरा रहता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एसडीआरएफ ने जवानों को चिकित्सा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पैरा मिल्ट्री फोर्स के स्तर का होगा प्रशिक्षण
यह प्रशिक्षण पैरा मिल्ट्री फोर्स को दिए जाने वाले प्रशिक्षण के स्तर का ही होगा। इस प्रशिक्षण में प्राथमिक उपचार के साथ-साथ सीपीआर, अधिक जख्म होने पर किस तरह से दवाइयां देनी हैं और पट्टियां करनी है, ताकि अधिक खून न बहे आदि के बारे में जानकारी दी जा रही है। यह प्रशिक्षण 24 दिसंबर तक चलेगा।
पूरी किट की जाएगी मुहैया
प्रशिक्षण खत्म होने के बाद यह 30 जवानों को प्रमाणपत्र दिए जाएंगे और वह अपने-अपने रेस्क्यू टीमों के साथ तैनात होंगे। अगर कोई जवान भी अभियान के दौरान घायल होता है तो उनका भी उपचार यह कर सकेंगे। इसके लिए बकायदा पूरी किट एसडीआरएफ उनको मुहैया करवाएगी, जिसमें जरूरी जीवन रक्षक दवाएं और अन्य सामान होगा।
हर रेस्क्यू टीम के साथ होगा एक प्रशिक्षित जवान
एसडीआरएफ के जवान रेस्क्यू अभियान के दौरान लोगों और अपने साथियों के घायल होने पर प्राथमिक उपचार भी देंगे। 30 जवानों का प्रशिक्षण एसएसबी के चिकित्सा प्रशिक्षण केंद्र शिमला में चला है। हर रेस्क्यू टीम के साथ एक प्रशिक्षित जवान जाएगा।
-अर्जित सेन, एसपी एसडीआरएफ शिमला।
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