LHC0088 Publish time 2025-12-9 18:16:18

दैनिक जागरण की पड़ताल में खुली पोल, सूरजकुंड मेला में जुगाड़ पर बिजली सिस्टम; खतरे में जीवन

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सूरजकुंड मेला परिसर में लोहे के गेट के पास इस तरह लटक रही है केबल। जागरण



अनिल बेताब, फरीदाबाद। हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से नव वर्ष में 31 जनवरी से 15 फरवरी तक लगने वाले 39वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की तैयारी चल रही है। इसी तैयारी के बीच सूरजकुंड मेला परिसर में बिजली निगम के सुरक्षा मानकों की अनदेखी भी की जा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

कई जगह जमीन व दीवारों पर केबल नजर आ रही है, जहां केबल दिखाई दे रही है। वहीं, परिसर में ही आसपास हट्स बनाने और रास्ते को चौड़ा करने का काम चल रहा है। बड़ी संख्या में श्रमिक काम में लगे हैं। ऐसे में उनके जीवन के लिए भी खतरा बना हुआ है।

बिजली निगम के अधिकारियों की मानें तो यह सुरक्षा मानकों की अनदेखी है। इस मामले में पर्यटन निगम के अधिकारी गंभीर नहीं हैं। जागरण पड़ताल की गई तो पता चला कि फूड कोर्ट की तरफ से जो केबल एसटीपी और छोटी चौपाल तक आ रही है। वह अंडरग्राउंड होनी चाहिए या फिर ऊंचाई पर, जिससे किसी भी तरह के हादसे का जोखिम न हो, मगर यहां तो बड़ी लापरवाही सामने आ रही है।

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मेला परिसर में काम कर रहे कर्मचारी। जागरण वहीं, कई कमरों के बाहर पुरानी तारों को टेप से जाेड़कर बिजली का प्रयोग किया जा रहा है। मेला परिसर की केबल की जिम्मेदारी पर्यटन निगम की बनती है। बिजली निगम ने पर्यटन निगम को कनेक्शन दिए हुए हैं और परिसर में सारी केबल पर्यटन निगम की है। निगम को ही केबल व्यवस्थित तरीके से लगवानी चाहिए, ताकि किसी भी हादसे की आशंका न हो। मेला में केबल तो फैली ही हुई है। वहां पुराने तारों को टेप लगा कर जोड़ा गया है।
इस कारण रहती है हादसे की आशंका

बिजली निगम के एसडीओ नरेश यादव ने बताया कि कई बार जर्जर या क्षतिग्रस्त केबल से हादसे की आशंका रहती है। इंसुलेशन में दरारें आने, खुले तार या ढीले कनेक्शन हों तो स्पार्किंग हो सकती है। पुरानी तार को आपस में टेप से जोड़ना स्थायी समाधान नहीं है। हर नागरिक को इस मामले में ध्यान देना चाहिए।

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केबल को जमीन पर फैलाना सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज करना है। मेला परिसर में अगर केबल फैली है तो यह जिम्मेदारी पर्यटन निगम की है कि उसे ठीक कराया जाए। फिर भी मौके पर बिजली निगम की टीम भेजी जाएगी और हम अपने स्तर पर सुधार करवाएंगे। - डॉ. जितेंद्र ढुल, अधीक्षण अभियंता, बिजली निगम

मेला परिसर की केबल बदली जाएंगी। सारी केबल अंडरग्राउंड की जाएंगी। मेला की शुरुआत से पहले सारी व्यवस्था को बेहतर कर दिया जाएगा। मानकों का पालन किया जाएगा। - हरविंद्र सिंह यादव, नोडल अधिकारी, सूरजकुंड मेला
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