Bihar Politics: बिहार में दोनों युवराज को जनता ने नकारा; अब पश्चिम बंगाल की बारी, SIR के मुद्दे पर बोले स्वास्थ्य मंत्री
/file/upload/2025/12/554435217349384029.webpतेजस्वी यादव व राहुल गांधी। जागरण आर्काइव
डिजिटल डेस्क, पटना। SIR का विरोध करनेवाली TMC हो या अन्य राजनीतिक दल, उनका वही हाल होगा, जो बिहार में हुआ।
बिहार चुनाव से पहले ही वोट चोरी का भ्रम फैलाने वाले कांग्रेस और राजद के युवराज को जनता ने नकार दिया। कुछ ऐसा ही पश्चिम बंगाल में भी होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बिहार चुनाव से पहले जनता को किया भ्रमित
बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री व पश्चिम बंगाल प्रभारी मंगल पांडेय ने मंगलवार को मीडिया को दिए अपने बयान में यह कहा।
उन्होंने कहा कि दोनों युवराज ने चुनाव आयोग के काम का काफी विरोध किया, लेकिन आज तक एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं आया, जो कहे कि उसका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया।
चुनाव आयोग ने जो काम किया, जनता ने उसे स्वीकार किया कि यह निष्पक्षता, पारदर्शिता और कानून सम्मत हुआ है। मंगल पांडेय ने सवालिया लहजे में कहा कि चुनाव आयोग के काम से इन्हें डर क्यों है।
ममता बनर्जी की टीएमसी भी एसआइआर का विरोध कर रही है ताकि घुसपैठिये के सहारे वे सरकार बना सके। लेकिन अब पश्चिम बंगाल की जनता बिल्कुल तैयार नहीं है। वहां की हालत क्या बना दी है इन लोगों ने। वहां बहुत बर्बादी हुई। उद्योग-धंधे बंद हो गए। अराजकता का माहौल है।
एसआइआर से नहीं होती जीत-हार
वहां के लोग चाहते हैं कि घुसपैठिये उनकी हकमारी नहीं करें। जनता त्रस्त है। वह चाह रही है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार बने।
पांडेय ने यह भी कहा कि एसआइआर से जीत-हार नहीं होती। जनमत जिसके पक्ष में होता है, उसकी सरकार बनती है। बिहार की जनता ने चाहा कि 20 साल से विकास करने वाली सरकार बनें और वही हुआ भी।
मंगल पांडेय ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता बदलाव का मूड बना चुकी है। इस चुनाव में वहां भी बदलाव होना तय है।
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