हरियाणा के इन किसानों को मिलेंगे 500 रुपये, हर साल बढ़ती जाएगी प्रोत्साहन राशि; बस करना होगा यह काम
/file/upload/2025/12/3665554022450618860.webpहरियाणा में रोहेड़ा और जांटी के पेड़ बचाने पर किसानों को दी जाएगी प्रोत्साहन राशि। सांकेतिक तस्वीर
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। दक्षिण हरियाणा विशेषकर महेंद्रगढ़, सतनाली, चरखी दादरी, बाढ़ड़ा और लोहारू क्षेत्रों में रोहेड़ा और जांटी के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार प्राणवायु देवता पेंशन स्कीम की तर्ज पर नई योजना लाने जा रही है। जिन किसान के खेतों में रोहेड़ा और जांटी के पेड़ सुरक्षित रहेंगे, उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप प्रतिवर्ष 500 रुपये दिए जाएंगे। हर साल इस प्रोत्साहन राशि को बढ़ाया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि प्राकृतिक विरासत एवं पर्यावरण संरक्षण सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। योजनाओं को ग्राउंड लेवल तक प्रभावी रूप से लागू किया जाना चाहिए।
इको टूरिज्म पालिसी के तहत मोरनी हिल्स में थापली तथा यमुनानगर के चुहड़पुर क्षेत्र में विस्तृत योजना तैयार कर वर्किंग ड्राफ्ट प्रस्तुत किया जाए। शिवालिक व अरावली क्षेत्र के लिए इको टूरिज्म पालिसी के अनुरूप कार्य योजना बनाई जाए तथा परियोजनाओं को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) से संचालित किया जाए। इससे पर्यटन और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिल सकेगा।
बैठक में बताया गया कि वन मित्र योजना के तहत पिछले साल 71 हजार से अधिक गड्ढे खोदे गए तथा 5710 पौधे लगाए गए। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन मित्रों को खाद एवं नलाई–गुड़ाई के लिए या तो वित्तीय सहायता प्रदान की जाए या विभाग की ओर से आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए जाएं। इससे पौधों की देखभाल प्रभावी ढंग से हो सकेगी और वन संपदा का विस्तार तेजी से आगे बढ़ सकेगा।
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