रक्सौल–हल्दिया एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट में तेजी, मुजफ्फरपुर के पांच गांवों में होगा भूमि अधिग्रहण
/file/upload/2025/12/4832185125543510415.webpRaxaul to Haldia corridor: यह एक्सप्रेस वे मुजफ्फरपुर में 50 किलोमीटर तक गुजरेगा। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar expressway update:देश में आधारभूत संरचना के विकास के लिए तत्पर केंद्र की सरकार बिहार में भी कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। रक्सौल-हल्दिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे उन्हीं परियोजनाओं में से एक है।विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके निर्माण को लेकर मुजफ्फरपुर में भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत औराई के पांच गांव में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। औराई सीओ की ओर से पांच गांव का नाम और थाना संख्या के साथ इसकी रिपोर्ट जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को भेज दी गई है।
इसके अनुसार रामपुर, डकरामा, भादो, भवानीपुर और परमजीवर ताराजीवर में भूमि अधिग्रहण का कार्य किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे मुजफ्फरपुर को पहला सिक्स-लेन की सुविधा देगा। यह जिले से होकर करीब 50 किलोमीटर तक गुजरेगा।
सीओ की ओर से भेजी गई रिपोर्ट एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को लेकर 3-ए प्रस्ताव के सत्यापन से संबंधित है। जिसके लिए संबंधित मौजा (राजस्व गांव) की विस्तार से जानकारी दी गई है। इन सभी गांवों में शीघ्र ही अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।
यह एक्सप्रेस वे न केवल जिले को हल्दिया पोर्ट तक की कनेक्टिविटी देगा बल्कि यह नेपाल सीमा तक आवागमन को भी सुगम बनाएगा। 50 किलोमीटर तक सिक्स लेन हाईवे बनने से आधारभूत संरचनाओं की भी मजबूती होगी।
समस्तीपुर होकर हल्दिया तक जाएगा एक्सप्रेस वे
एनएचएआइ की ओर से भी निर्माण के लिए जिस मार्ग का चयन किया गया है, उसके अनुसार रक्सौल से शुरू होकर यह एक्सप्रेस वे मीनापुर, औराई होते हुए जिले के विभिन्न गांव से होकर समस्तीपुर पहुंचेगा। इसके बाद बेगूसराय, लखीसराय और जमुई होते हुए हल्दिया तक जाएगा।
औराई के अलावा और भी कई गांवों के इसमें शामिल होने की संभावना है। उन जगहों से भी शीघ्र ही रिपोर्ट भेजी जाएगी। वर्तमान में पूर्णिया होकर बंगाल जाने का मार्ग है, लेकिन यह फोरलेन सड़क है। जबकि एक्सप्रेस वे सिक्स लेन होगी।
समस्तीपुर होकर सीधे हल्दिया तक जाएगी। इससे दूरी भी कम होगी और समय की भी बचत होगी। वर्तमान में बंगाल जाने में करीब 15 घंटे का समय लगता है। यह निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद यह सफर मात्र आठ घंटे में तय किया जा सकेगा।
यूं तो इस परियोजना को पूर्ण होने में अभी काफी समय लगेगा, लेकिन उसके बाद विकास की गति और बढ़ने वाली है। हाईवे के आसपास रोजगार के विकल्पों का भी विकास होगा। लोगों को रोजगार मिलेगा।
Pages:
[1]