कौन हैं आनंद जैन, जिन्हें कहा जाता है धीरूभाई का तीसरा बेटा? मुकेश अंबानी के लिए छोड़ दिया था अपना बिजनेस
/file/upload/2025/12/7012854412128213594.webpकिसे कहा जाता है धीरूभाई का तीसरा बेटा?
नई दिल्ली। अंबानी परिवार (Ambani Family) को भारत के सबसे असरदार परिवारों में से एक माना जाता है, जिनके पास एक बड़ा बिजनेस ग्रुप है। साथ ही दुनिया भर में उनका बड़ा कल्चरल और चैरिटेबल योगदान भी रहा है। बता दें कि भारत के सबसे बड़े और सबसे डायवर्सिफाई कॉर्पोरेट परिवारों में से एक, रिलायंस ग्रुप को बनाने वाले के तौर पर धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) की भूमिका को बहुत सराहा जाता है।
धीरूभाई के बाद ये विरासत उनके बेटों के पास आई। दुनिया धीरूभाई के दो बेटों, मुकेश और अनिल, को जानती है। मगर एक और व्यक्ति को उनका \“तीसरा बेटा\“ कहा जाता है। वे उनके बेटे हैं नहीं, मगर अंबानी परिवार से करीबी के चलते उन्हें ये उपाधि दी गयी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
किसे कहते हैं धीरूभाई का तीसरा बेटा?
हम बात कर रहे हैं आनंद जैन (Anand Jain) की, जो मुकेश अंबानी के बचपन के दोस्त और भरोसेमंद सलाहकार हैं। वे रिलायंस की सफलता में योगदान देने वाले एक शांत और ताकतवर शख्स रहे हैं। उनके योगदान को लोग अच्छी तरह से पहचानते हैं, और कई लोग उन्हें धीरूभाई अंबानी का “तीसरा बेटा” भी कहते हैं।
अंबानी परिवार से कितना पुराना नाता?
आनंद जैन का अंबानी परिवार के साथ सिर्फ प्रोफेशनल कनेक्शन ही नहीं रहा है, बल्कि वह मुकेश अंबानी के अच्छे दोस्त हैं। आनंद और मुकेश मुंबई के हिल ग्रेंज हाई स्कूल से एक-दूसरे को जानते हैं और तब ही से उनकी ये दोस्ती चल रही है।
क्या करते हैं आनंद?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आनंद ने पहले दिल्ली में अपनी कंपनी शुरू की थी। लेकिन मुकेश अंबानी के साथ काम करने और उनके बिजनेस के शुरुआती दिनों में सपोर्ट करने के लिए उन्होंने अपना बिजनेस छोड़ दिया। इस बात को आनंद की अंबानी परिवार के प्रति वफादारी समझा जाता है।
किस कंपनी के चेयरमैन हैं आनंद जैन?
आनंद ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के जरिए कंपनी को रेवेन्यू और रियल एस्टेट, टेलीकॉम और फाइनेंस जैसे सेक्टर्स में आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। आज वे जय कॉर्प के चेयरमैन हैं। जय कॉर्प 1985 में शुरू हुई थी। इसका मुख्य बिजनेस प्लास्टिक प्रोसेसिंग है। यह BSE और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है। BSE पर इस कंपनी की मार्केट कैपिटल 2,320 करोड़ रुपये है।
जय कॉर्प को Q2 FY2026 में 24.53 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ। प्लास्टिक प्रोसेसिंग सेगमेंट 142.69 करोड़ रुपये के टर्नओवर के साथ मेन रेवेन्यू जेनरेटर बना रहा।
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