पश्चिमी सिंहभूम में आत्मसमर्पण करने वाले 50 नक्सलियों को मिलेगा पुनर्वास लाभ, केंद्र को भेजे गए प्रस्ताव
/file/upload/2025/12/714923506677170094.webpबुधवार को चाईबासा स्थित समाहरणालय सभागार में नक्सलियों के पुनर्वास लाभ को लेकर केंद्र को भेजे गए प्रस्ताव पर चर्चा करते उपायुक्त चंदन कुमार।
जासं, चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभागार में बुधवार को जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त चंदन कुमार की अध्यक्षता में आत्मसमर्पित नक्सलियों को आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत लाभ प्रदान करने संबंधी महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस दौरान कुल 50 आत्मसमर्पित नक्सलियों से संबंधित प्रस्तावों की विस्तृत समीक्षा की गई। समीक्षा के बाद सभी प्रस्तावों को आवश्यक अनुशंसा के साथ गृह विभाग को भेजने का निर्णय लिया गया। बैठक में उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि संबंधित विभाग सूचीबद्ध व्यक्तियों के साथ नियमित समन्वय स्थापित करें और उनके पुनर्वास की प्रक्रिया में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पित नक्सलियों के बच्चों की शिक्षा, परिवार की आजीविका, कौशल प्रशिक्षण, और आवश्यक आर्थिक सहायता को प्राथमिकता देते हुए उन्हें मुख्यधारा में सम्मानपूर्वक पुनर्स्थापित किया जाना चाहिए।
उपायुक्त ने विभागीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अब तक की गई कार्रवाई का प्रगति प्रतिवेदन जिला प्रशासन को नियमित रूप से उपलब्ध कराएं। ताकि पुनर्वास कार्यक्रम की निगरानी प्रभावी रूप से की जा सके।
बैठक में अपर उपायुक्त प्रवीण केरकेट्टा, जिला सामान्य शाखा प्रभारी देवेंद्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) शिवेंद्र, गृहरक्षा वाहिनी समादेष्टा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सहित कई संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
प्रशासन का मानना है कि इन कदमों से आत्मसमर्पित नक्सलियों को स्थायी आजीविका अवसर मिलेंगे और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को और मजबूती मिलेगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
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