CBSE ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में किया बड़ा बदलाव, अगर गलत सेक्शन में लिख दिया उत्तर तो नहीं मिलेंगे नंबर
/file/upload/2025/12/5559428091491858205.webpCBSEजागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं के छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा 2025-26 से बड़ा बदलाव लागू कर दिया है। अब विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की परीक्षा में छात्रों को उत्तर पुस्तिका को अलग-अलग सेक्शन (अनुभाग) में बांटकर ही उत्तर लिखने होंगे। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि किसी सेक्शन का उत्तर किसी और सेक्शन में लिखना या मिलाना नहीं होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गलत सेक्शन में जवाब लिखने पर उत्तर का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा और छात्र को उस पूरे उत्तर के कोई अंक नहीं मिलेंगे। बाद में सत्यापन और री-वैल्यूएशन में भी इसमें कोई सुधार नहीं किया जाएगा। बोर्ड ने अनिवार्य तौर पर परीक्षा के दौरान उत्तर लिखने की इस प्रक्रिया का पालन करने का आदेश दिया है।
सीबीएसई ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे छात्रों को अभी से इस नए बदलाव के तहत उत्तर लिखने की तैयारी कराएं। प्री-बोर्ड परीक्षाओं में भी इन दिशा-निर्देशों को लागू करने का आदेश दिया है।
बोर्ड के मुताबिक स्कूल छात्रों को सीबीएसई की वेबसाइट पर जारी सैंपल पेपर से अभ्यास करा सकते हैं। बोर्ड का मानना है कि इस बदलाव से कापियों की जांच ज्यादा व्यवस्थित होगी और मूल्यांकन की गुणवत्ता बेहतर होगी।
तीन भाग में विज्ञान और चार भाग में सामाजिक विज्ञान बांटा जाएगा
1- विज्ञान विषय के प्रश्न पत्र को तीन सेक्शन में बांटा जाएगा
[*]सेक्शन अ - जीव विज्ञान
[*]सेक्शन ब - रसायन विज्ञान
[*]सेक्शन स - भौतिकी
2- सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र को चार सेक्शन में बांटा जाएगा
[*]सेक्शन अ - इतिहास
[*]सेक्शन ब - भूगोल
[*]सेक्शन स - राजनीति विज्ञान
[*]सेक्शन द - अर्थशास्त्र
छात्र ये ध्यान रखें
[*]उत्तर पुस्तिका भरने से पहले ही अलग-अलग भागों में बांट लें।
[*]हर प्रश्न का उत्तर उसी निर्धारित सेक्शन में ही लिखना होगा।
[*]किसी भी सेक्शन का उत्तर दूसरे सेक्शन में न लिखें, नहीं तो उसका मूल्यांकन नहीं होगा।
[*]किसी सेक्शन का उत्तर दूसरे सेक्शन में लिखने पर उस उत्तर के शून्य अंक दिए जाएंगे।
क्यों यह बदलाव
सीबीएसई अधिकारियों के मुताबिक अनुसार, इस बदलाव का उद्देश्य उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में पारदर्शिता लाना और विषयवार जांच को अधिक प्रभावी बनाना है, ताकि जांचकर्ताओं को अलग-अलग विषयों के उत्तर देखने में सुविधा हो।
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