cy520520 Publish time 2025-12-11 02:37:52

आशा वर्कर ने खुद घसीटा प्रेग्नेंट को... डॉक्टर-इंचार्ज की कुर्सी खाली, नोएडा PHC का काला सच उजागर

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गौतम बुद्ध नगर के बरौला स्थित प्राइमरी हेल्थ सेंटर में सुविधाओं की कमी पाई गई। सांकेतिक तस्वीर



सुमित शिशोदिया, नोएडा। राज्य के शो-विंडो शहर गौतम बुद्ध नगर में हेल्थ डिपार्टमेंट की सुविधाएं और सिस्टम भगवान भरोसे हैं। डिपार्टमेंट के अधिकारी दावा करते हैं कि ज़मीनी स्तर पर सभी बेसिक सुविधाएं मौजूद हैं। लेकिन, बुधवार को बरौला के प्राइमरी हेल्थ सेंटर में दैनिक जागरण की जांच ने इन दावों की पोल खोल दी। प्रेग्नेंट महिलाओं को डिलीवरी के लिए लेबर रूम तक ले जाने के लिए न तो स्ट्रेचर थे और न ही दिव्यांग मरीजों के लिए व्हीलचेयर। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

इसके अलावा, अपने नवजात बच्चों और छोटे बच्चों को वैक्सीन लगवाने के लिए PHC आए कई माता-पिता को वैक्सीन के लिए आधे घंटे तक इंतज़ार करना पड़ा। इससे सवाल उठता है कि CMO साहब और डिपार्टमेंट के स्टाफ को कब तक ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा?
प्रेग्नेंट महिला को स्ट्रेचर नहीं मिला

सर्दियों में PHC और CHC पर स्टाफ के आने का समय सुबह 10:45 बजे तय है। जब दैनिक जागरण की टीम सुबह 9:45 बजे PHC पहुंची, तो वहां सिर्फ़ सुमन लता नाम की एक आशा वर्कर खड़ी थी। तभी, बरौला से एक प्रेग्नेंट महिला को ई-रिक्शा में लेकर रिश्तेदार आ गए। आशा वर्कर सुमन ने तुरंत प्रेग्नेंट महिला को ई-रिक्शा से उतारा और पैदल लेबर रूम ले गईं। जानकारी मिलने पर, कैंपस में रहने वाली ANM भी मौके पर पहुंच गईं। सुबह 10:15 बजे तक, डॉक्टर और PHC इंचार्ज के ऑफिस में कुर्सियां खाली थीं, जबकि कई माता-पिता वैक्सीनेशन के लिए कमरे के बाहर इंतजार कर रहे थे। वैक्सीन की डोज़ सुबह 10:30 बजे के बाद पहुंचीं।
खराब बिल्डिंग में हेल्थकेयर

हैरानी की बात है कि PHC में जिस जगह प्रेग्नेंट महिलाओं की डिलीवरी होती है, उसी जगह के बाहर कचरा फैला हुआ है। डिपार्टमेंट सिर्फ दीवारों पर सफाई के मैसेज लिखकर अवेयरनेस फैलाता है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के हेल्थ सेंटर में गंदगी और बदबू से मरीजों को परेशानी होती है। अफरा-तफरी यहीं तक सीमित नहीं है, डॉक्टर और स्टाफ डर के साए में टूटी-फूटी PHC बिल्डिंग में मेडिकल केयर देते हैं।

गंभीर हालत वाले मरीजों को हायर सेंटर ले जाने के लिए एम्बुलेंस का फोन पर इंतजार करना पड़ता है। PHC की इंचार्ज डॉ. गुंजन ने बताया कि यहां एक डॉक्टर समेत दस हेल्थ वर्कर का स्टाफ है। सेक्टर 39 के कोल्ड स्टोरेज से रोज वैक्सीन आती है। इसी वजह से डोज में देरी हो रही है।
मरीज क्या कहते हैं?


मुझे अपने बेटे को वैक्सीन लगवानी थी, लेकिन पता चला कि डोज अभी तक नहीं आई है। देरी की वजह से लंबा इंतजार करना पड़ा। अधिकारियों को यह सिस्टम सुधारना चाहिए। -अमित कुमार, बरौला

PHC में डॉक्टर देर से आते हैं। उन्हें सुबह 9:30 से 10:00 बजे के बीच आना चाहिए। अगर दवाएं और वैक्सीन समय पर मिलें, तो मरीजों की देखभाल बेहतर होगी। अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए। -बृजेश कुमार, बरौला

हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी क्या कहते हैं?


सरकार ने सभी हेल्थ सेंटरों तक वैक्सीन समय पर पहुंचाने के लिए AVD प्लान बनाया है। वैक्सीन सुबह 9:30 बजे तक आ जानी चाहिए। प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए व्हीलचेयर और स्ट्रेचर भी उपलब्ध हैं। सभी डॉक्टर और स्टाफ समय पर पहुंचें, इसका इंतज़ाम किया जाएगा। -डॉ. रविंद्र सिरोहा, डिस्ट्रिक्ट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर
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