Admission in MD: ठगे गए डॉक्टर साहब, पीजी में दाखिले के नाम पर 78.75 लाख व 200 ग्राम सोने से धो बैठे हाथ
/file/upload/2025/12/4196354984933411158.webpसांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, आगरा। नीट की परीक्षा में शामिल कराने और फिर पीजी में दाखिला दिलाने का झांसा देकर डाॅक्टर परिवार से 78.75 लाख रुपये और 200 ग्राम सोना ठग लिया गया।
एक आरोपित ने मिनिस्ट्री आफ डिफेंस का अफसर बताते हुए विश्वास में लेने के लिए आइकार्ड भी दिखाया। फर्जी काउंसलिंग लेटर भी जारी किया। डीसीपी सिटी के आदेश पर सदर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच एसीपी सदर को सौंपी गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शमसाबाद रोड स्थित इंद्रापुरम कालोनी में रहने वाले खालिद अजी खान पेशे से डाक्टर हैं। वह एमबीबीएस बेटे नबील अली खान के साथ क्लीनिक चलाते हैं।
डा. खालिद अली की ओर से बुधवार को सदर थाने में सिद्धार्थ अपार्टमेंट खंदारी निवासी अनुज मलिक व शमसाबाद रोड इंद्रापुरम कालोनी में रहने वाले संचित के खिलाफ ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है।
दर्ज मुकदमे में कहा है कि बेटा नबील अली खान पीजी की तैयारी कर रहा है। वर्ष 2024 में बेटा नीट परीक्षा का फार्म निर्धारित तिथि पर जमा करने से रह गया।
बेटे के दोस्त संचित ने अपने दोस्त अनुज महिल को मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस उत्तराखंड में अफसर होने की बात कहते हुए फार्म जमा कराने की बात कहते हुए बात कराई।
अनुज मलिक ने 3.75 लाख रुपये लेकर नबील को परीक्षा में बैठाने और बाद में हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, देहरादून में मैनेजमेंट कोटे से पीजी सीट दिलाने का दावा किया।
आरोप है कि अक्टूबर 2024 में उसने फर्जी काउंसलिंग लेटर, मार्कशीट और एडमिट कार्ड देकर पीड़ित को विश्वास में ले लिया।
इसके बाद पीड़ित से क्राउन प्लाजा होटल ग्रेटर नोएडा में डोनेशन के नाम पर 50 लाख रुपये नकद लिए और सभी मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र अपने पास रख लिए। पीड़ित का कहना है कि आरोपित ने नबील के ईमेल पर लगातार प्रवेश संबंधी मेल भेजे।
जून 2025 तक कई मेल आए, लेकिन प्रवेश संबंधी मेल नहीं आया। जब परिवार ने बहुगुणा यूनिवर्सिटी और हिमालयन यूनिवर्सिटी से संपर्क किया, तो पता चला कि विश्वविद्यालय की ओर से कोई मेल जारी ही नहीं किया गया है।
इसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। इंस्पेक्टर सदर विजय विक्रम सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है।
डोनेशन बढ़ने के नाम पर मांगे और रुपये
पीड़ित का कहना है बेटा जिस ब्रांच में दाखिला चाहता था, उसकी डोनेशन बढ़कर 95 लाख रुपये होने की बात कहते हुए अनुज मलि ने और रुपये मांगे। वह 25 लाख रुपये ही जुटा सके। आरोपित घर आकर शेष रकम के बदले में दो सौ ग्राम सोने के बिस्किट ले गया।
आरोपित ने 78.75 लाख रुपये और 200 ग्राम सोना ले लिया। अनुज मलिक ने एक डायरी में 78.75 लाख रुपये और 200 ग्राम सोना लेने की बात लिखकर एक अपने हस्ताक्षर किए। अपना डिफेंस आईडी कार्ड की फोटोकापी भी दी, जांच में वह फर्जी पाई गई है।
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