Chikheang Publish time 2025-12-11 17:37:58

वाराणसी में हाइड्रोजन फ्यूल सेल यात्री पोत का गंगा में संचालन शुरू, तस्‍वीरों में देखें व‍िशेषता

/file/upload/2025/12/7183749221743269791.webp

सुरक्षा और आधुनिक तकनीक से युक्त, यह पोत यात्रियों के लिए आरामदायक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करता है।



जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी में गुरुवार को बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग मंत्री भारत सरकार सर्बानंद सोनोवाल ने देश के पहले हाइड्रोजन फ्यूल आधारित कैटामरान पोत का लोकार्पण क‍िया। इस हाइड्रोजन फ्यूल आधारित जलयान को पर्यावरण के लिए एक सुरक्षित समाधान माना जा रहा है। सर्बानंद सोनोवाल ने पोत के लोकार्पण के साथ ही जनसभा को भी संबोध‍ित क‍िया और सरकार के प्रयासों के बारे में बताया। पोत का संचालन शुरू होने के साथ ही काशी में पर्यटन को पंख लगना तय है। जानें यात्री पोत की व‍िशेषताएं-विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

/file/upload/2025/12/2011089901019408951.jpg

इस व‍िशेष पोत का आधार दो नौकाओं के बेस पर बना हुआ है। नीचे का तल स्‍पष्‍ट रूप से दो नौकाओं को जोड़ कर पूरे पोत को बनाए जाने का आधार नजर आता है। इससे नौका को व‍िशेष तौर पर गत‍ि म‍िलती है। दो नौकाकों को जोड़कर बनाए गए आधार वाले बड़े पोत को ही कैटामरान कहते हैं। इस ल‍िहाज से यह वाराणसी का पहला कैटामरान बोट भी है।

/file/upload/2025/12/1490502923349146684.jpg

इस पोत का संचालन शुरू होने के साथ ही काशी में पर्यटन को पंख लगना तय है। इस पोत के आगे के ह‍िस्‍से में एक घंटी यानी बेल को स्‍थाप‍ित क‍िया गया है ज‍िसपर हाइड्रोजन फेरी ल‍िखकर इसकी व‍िशेषता के बारे में बताया गया है।

/file/upload/2025/12/8229279000159127717.jpg

पोत का संचालन करने के ल‍िए आगे चालक का ह‍िस्‍सा व‍िशेष तौर पर लगभग 180 ड‍िग्री देख सकने के ल‍िए कांच आधार‍ित केब‍िन का न‍िर्माण क‍िया गया है। यहां से चालक सामने ही नहीं दूर तक दाएं बाएं भी देख सकेगा। इसकी वजह से इससे हादसे की संभावना पर भी लगाम लगेगी।

/file/upload/2025/12/3792875535824431962.jpg

पोत के भीतर कांच की बड़ी ख‍िड़कि‍यां हैं जहां एसी से युक्‍त यात्र‍ियों के बैठने की जगह होगी। यहां से यात्री गंगा में घाटों और गंगा की लहरों पर अठखेल‍ियां करती गंगा डाल्‍फ‍िन को भी देख सकेंगे।

/file/upload/2025/12/2957996275412358291.jpg

पोत के संचालन के दौरान दोनों ओर सीटों को अरेंज क‍िया गया है ज‍िसके बीच में आने जाने का रास्‍ता भी बना हुआ है। सपोर्ट के ल‍िए लोहे की रॉड और ऊपर पकड़ने के ल‍िए भी उपकरणों को लगाया गया है। इसकी वजह से यात्र‍ियों को बैलेंस बनाने में स‍हूल‍ियत होगी।

/file/upload/2025/12/8259747554415885602.jpg

केब‍िन को चालकों के अनुकूल एयरकंडीशंड सुव‍िधा के साथ ड‍िजाइन क‍िया गया है। यहां पर चालक यात्र‍ियों से संवाद भी कर सकते हैं। भीतर सीम‍ित सीटें स‍िर्फ चालकों के ल‍िए हैं तो शीशे पर जमी धूल और पानी को साफ करने के ल‍िए भी उपकरण हैं ता‍क‍ि दृश्‍यता बनी रहे।

/file/upload/2025/12/409994798505907211.jpg

चालक के केब‍िन में चार से पांच के करीब स्‍क्रीन पर पोत का संचालन वाली सुवि‍धा है। चालक को पोत पर न‍ियंत्रण और न‍िगरानी के ल‍िए आधुन‍िक तकनीकी सुव‍िधाओं से युक्‍त कमांड पैनेल भी द‍िया गया है।

/file/upload/2025/12/8348258153406743599.jpg

पोत के भीतर एक कतार में चार यात्र‍ियों के ल‍िए सीटों का अरेंजमेंट क‍िया गया है। पोत पर इन सीटों को आमने सामने के क्रम में व्‍यवस्‍थ‍ित कि‍या गया है। इससे यात्र‍ि‍यों को आपस में पर‍िवार के साथ होने पर द‍िक्‍कत नहीं होगी। बड़ी व‍िंंडो से बाहर की दृश्‍यता काफी स्‍पष्‍ट होगी तो एसी कमरे में भीषण गर्मी में भी यात्र‍ियों को द‍िक्‍क‍त नहीं होगी।

/file/upload/2025/12/7472486458461430446.jpg   

पोत का संचालन शुरू करने के साथ ही सुरक्षा उपकरणों और इसके व‍िभ‍िन्‍न ह‍िस्‍सों पर न‍िगरानी के ल‍िए भी तमाम ब‍िंंदु बनाए गए हैं। यात्री पोत के व‍िभ‍िन्‍न ह‍िस्‍सों के बारे में भी यात्री बने हुए चार्ट को देखकर इसकी कार्यप्रणाली समझ सकते हैं।
Pages: [1]
View full version: वाराणसी में हाइड्रोजन फ्यूल सेल यात्री पोत का गंगा में संचालन शुरू, तस्‍वीरों में देखें व‍िशेषता

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com