Jharkhand News: मरीज के क्रियाकलापों को देख डाक्टर भी रह गए अवाक... मोबाइल से आनलाइन करा रहा था झाड़-फूंक
/file/upload/2025/12/3724742706624418158.webpएमएमसीएच में इलाजरत संजय चंद्रवंशी।
संवाद सहयोगी, जागरण मेदिनीनगर (पलामू) । पलामू जिला के पाटन थाना क्षेत्र के निमिया टुसरा गांव निवासी संजय भुइंया (40) अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी झाड़-फूंक कराने में व्यस्त था। उसके क्रियाकलापों को देख वार्ड विजिट करने गए डाक्टर भी दंग रह गए।विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वह तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर फरका (मिरगी) बीमारी ठीक कराने को आतुर था। यह सब कुछ मेदिनीराय मेडिकल कालेज अस्पताल में चल रहा था। मरीज के स्वजन मोबाइल से आनलाइन झांंड फूंक करा रहे थे।
रूटिन विजिट में डा. आरके रंजन मरीज के भर्ती वार्ड में पहुंचे। उन्होंने देखा कि मरीज के स्वजन मोबाइल से झाड़ फूंक करा रहे हैं। मरीज के मोबाइल से आनलाइन झाड़-फूंक करवाया जा रहा था।
घटना को देखने बाद उन्हें भी तात्कालिक तौर पर विश्वास नहीं हुआ। जब नजदीक जाकर स्वजनों का मोबाइल देखा तो पूरे मामले का भेद खुला।
यह घटना पूरे दिन एमएमसीएच में चर्चा का विषय बना रहा। बता दें कि संजय को मंगलवार देर शाम घर पर अचानक फरका का दौरा आने से उसकी हालत गंभीर हो गई।
गंभीर हालत में स्वजन उसे इलाज के लिए पहले पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। वहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए एमएमसीएच रेफर कर दिया गया।
यहां संजय को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया। डाक्टर उसका इलाज कर रहे थे। इस क्रम में संजय के स्वजन गांव के ही एक तांत्रिक से वीडियो काल व आडियो काल के माध्यम से संजय का झाड़-फूंक करवा रहे थे।
डाक्टर ने मरीज को समझाया
डा. आरके रंजन ने स्वजनों को समझाने की कोशिश की, बावजूद स्वजन नहीं मान रहे थे। इसके बाद डाक्टर ने कानूनी कार्रवाई की धमकी दी। तब स्वजनों ने झाड़-फूंक को बंद करया।
डाक्टर ने बताया कि वह रूटिन विजिट पर थे। इस दौरान उन्होंने झाड़-फूंक करवाते एक मरीज को देखा। फिलहाल पूरे मामले में स्वजनों को समझा दिया गया है। मरीज का इलाज ठीक तरीके से चल रहा है।
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