मोबाइल पर आया चालान का मैसेज... क्लिक करते ही उड़े लाखों रुपये; ठगी के इन 7 तरीकों से रहें सावधान
/file/upload/2025/12/2557695039603397486.webpसाइबर ठगों ने बैंक खाते से लाखों रुपये उड़ाए। जागरण
जागरण संवाददाता, नोएडा। वाहन चालान के रूप में एपीके फाइल भेजकर साइबर ठगों ने कृषक का मोबाइल और नेट बैंकिंग प्रणाली की जानकारी जुटाकर ठगी की। उसके बैंक खाते से साढ़े तीन घंटे में 17 लाख रुपये उड़ा लिए। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ठगों की पहचान और तलाश में जुटी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गौतमबुद्ध नगर दादरी के दुरियाई गांव के रहने वाले पंकज कुमार खेतीबाड़ी के साथ कारोबार भी करते हैं। छह दिसंबर की शाम करीब साढ़े पांच बजे अनजान नंबर से आरटीओ वाहन चालान लिखा हुआ मैसेज आया। जल्दबाजी में पंकज ने चालान के एपीके फाइल में होने का ध्यान नहीं दिया। उन्होंने लिंक खोलकर फाइल डाउनलोड कर ली। थोड़ी देर बाद पंकज का मोबाइल हैक हो गया।
उन्होंने मोबाइल बंद कर ऑन किया तो थोड़ी बाद ठीक से चलने लगा, लेकिन ठग ने उनके बैंक खाते की नेट बैंकिंग के पासवर्ड को बदल दिया। ठगों ने रात नौ बजे तक 14 बार में ट्रांजेक्शन कर करीब 17 लाख ट्रांसफर कर लिए। मोबाइल पर मैसेज आने पर पीड़ित को ठगी का पता चला। उन्होंने एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की।
थाना प्रभारी विजय सिंह राणा ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ठगी में संलिप्त बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
ट्रेडिंग सात एपीके फाइल फ्रॉड
1- गैस कनेक्शन एपीके फ्रॉड
2- ऑनलाइन कार रेंटल एपीके फ्रॉड
3- ई-सिम एक्टीवेशन एपीके फ्रॉड
4- हॉस्पिटल अप्वाइंटमेंट एपीके फ्रॉड
5- बैंकिग एपीके फ्रॉड
6- वेडिंग इन्वीटेशन एपीके फ्रॉड
7- ट्रैफिक चालान एपीके फ्रॉड
क्या होती है एपीके फाइल
साइबर एक्सपर्ट समरपाल ने बताया कि एपीके एक फाइल फार्मेट है। इसमें एंड्रडाइड आपरेटिंग सिस्टम पर मोबाइल एप के इंस्टालेशन व वितरण के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें किसी एप को इंस्टाल करने को आवश्यक सभी फाइल जैसे कोड, रिसोर्स आदि शामिल होते हैं। इसे एक जिप फाइल के रूप में पैक किया जाता है।
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ठगी करने के लिए साइबर ठग नए-नए पैतरे अपना रहे हैं। एपीके फाइल भेजकर भी ठगने से नहीं चूक रहे हैं। आरटीओ चालान, शादी का कार्ड, ट्रैफिक पुलिस के चालान की एपीके फाइल भेजकर मोबाइल हैक कर लेते हैं। वॉट्सएप मैसेज पर प्राप्त एपीके या पीआईएफ, वीबीएस फाइल हो तो उसे कतई न खोलें। ज्यादा जरूरी होने पर एपीके फाइल को परिचित या भरोसे के व्यक्ति से जानकारी के बाद ही खोलें। उन्होंने अपने साथ-साथ आसपास के लोगों व जानकारों को भी जागरूक करने की अपील की है। - शैव्या गोयल, डीसीपी साइबर सुरक्षा
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