फर्जी विजिलेंस अफसर बनकर OAS अधिकारी से 4 लाख ठगे, दो गिरफ्तार
/file/upload/2025/12/1151113320151329032.webpOAS अधिकारी से 4 लाख ठगे
जागरण संवाददाता, राउरकेला। विजिलेंस डायरेक्टरेट ओडिशा ने दो फर्जी अफसरों को गिरफ्तार किया है जो खुद को सतर्कता अधिकारी बताकर एक वरिष्ठ ओएएस अधिकारी से 4 लाख रुपये वसूले थे। दोनों को राउरकेला विजिलेंस और ओडिशा विजिलेंस की संयुक्त टीम ने सुंदरगढ़ जिले के बनेई क्षेत्र से पकड़ा।विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ओडिशा के सुबरनपुर जिले के मेन्धामाल गांव के रहने वाले गणेश प्रसाद नंदा और उनके रिश्तेदार प्रदीप कुमार पांडा पर आरोप है कि उन्होंने खुद को विजिलेंस अधिकारी बताकर एक वरिष्ठ ओएएस अधिकारी को फोन पर धमकाया।
दो किस्तों में 4 लाख रुपये वसूले
दोनों ने अफसर को यह कहकर डराया कि यदि वह उनकी बात नहीं मानेगा तो उसके खिलाफ विजिलेंस केस दर्ज कराकर भ्रष्टाचार के मामलों में फंसा दिया जाएगा। आरोपियों ने धमकी देकर अफसर से कुल 4 लाख रुपये दो किस्तों में वसूल लिए, जबकि वे किसी भी सरकारी एजेंसी के अधिकृत अधिकारी नहीं थे।
जांच में पता चला कि गणेश नंदा अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल करता था और ट्रूकॉलर पर अपना परिचय विजिलेंस अधिकारी के रूप में दिखाकर सरकारी अधिकारियों को गुमराह करता था।
कॉल डिटेल पर नजर रखनी शुरू
हाल में ओडिशा विजिलेंस को इन नामों का इस्तेमाल कर उगाही की शिकायतें मिलीं, जिसके बाद विशेष टीम ने आरोपियों की गतिविधियों और कॉल डिटेल पर नजर रखनी शुरू की। 11 दिसंबर 2025 को ओडिशा विजिलेंस और राउरकेला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में दोनों को सुबरनपुर जिले के बिरमहराजपुर थाना क्षेत्र के मेन्धामाल गांव से पकड़ लिया गया।
अन्य सरकारी अधिकारियों को भी अपना शिकार बनाया
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ बनेई थाने में केस नंबर 272/2025 दर्ज किया गया है, जिसमें उन्हें जबरन वसूली, धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं में नामजद किया गया है।
विजिलेंस अधिकारियों के मुताबिक दोनों को न्यायिक प्रक्रिया के लिए आज अदालत में पेश किया जा रहा है, जबकि यह जांच जारी है कि क्या उन्होंने इसी तरह अन्य सरकारी अधिकारियों को भी अपना शिकार बनाया।
Pages:
[1]