8898 छात्रों की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति अटकी, ₹15,000 तक का नुकसान संभव
/file/upload/2025/12/2679312094742287167.webp31 दिसंबर तक नहीं हुआ सत्यापन तो वंचित होंगे विद्यार्थी। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी। post matric scholarship Bihar: पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति को लेकर जिले के 138 शिक्षण संस्थान छात्र छात्राओं के आवेदन का सत्यापन नहीं कर रहे है। इससे 8898 छात्र छात्राएं पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति से वंचित हो जाएंगे।
इसके लेकर डीडीसी ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों को कड़ी चेतावनी दी है। कहा है कि छात्र छात्राओं के आवेदन का सत्यापन नहीं होने से संबंधित छात्र छात्राएं छात्रवृति योजना से वंचित हो जाएंगे।
कहा कि पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति को लेकर पोर्टल के माध्यम से आवेदन किया गया है, जिसका सत्यापन सर्वप्रथम संस्थान स्तर से किया जाना है। संस्थान स्तर पर आवेदन का सत्यापन नहीं होने के कारण आगे की कार्रवाई नहीं हो पा रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके कारण राज्य स्तरीय कार्यालय द्वारा गहरी नाराजगी व्यक्त की गई है। उन्होंने हर हाल में दो दिनों के भीतर लंबित आवेदकों के आवेदकों का सत्यापन कराना सुनिश्चित करें।
क्रम शिक्षण संस्थान का नाम कुल आवेदन सत्यापन लंबित
I
गोयनका कॉलेज
1630
1620
II
गुरुकूल डिग्री कॉलेज
2065
65
III
एलके कॉलेज
1568
29
IV
जेएनएम कॉलेज
774
632
V
आरएसएस महिला कॉलेज
869
610
VI
रामजानकी डिग्री कॉलेज
838
14
VII
प्रिया रानी डिग्री कॉलेज
441
333
VIII
हाई स्कूल बभनगामा
321
319
IX
हाई स्कूल रेवासी
271
263
X
प्रोजेक्ट हाई स्कूल बलहा
499
253
XI
बुद्धा टीचर ट्रेनिंग कॉलेज
225
222
XII
गांधी हाई स्कूल परिहार
222
220
XIII
इं. ऑफ पॉलिटेक्निक
247
216
XIV
हाई स्कूल रायपुर
204
173
XV
हाई स्कूल पुरनहिया
164
153
XVI
हाई स्कूल परडी
151
151
XVII
सेकेंडरी स्कूल चोरौत
152
148
XVIII
लक्ष्मी हाई स्कूल
206
139
XIX
हाई स्कूल बैरगनिया
277
120
XX
हाई स्कूल कन्हौली
240
113
XXI
गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक
696
101
XXII
गणेश राय डिग्री कॉलेज
586
93
XXIII
तपस्वी ना. शिक्षण सं.
294
81
XXIV
एसआइटी
592
52
XXV
जेएस कॉलेज चंदौली
533
39
XXVI
गणेश राय डिग्री कॉलेज (दूसरा प्रवेश)
679
12
शिक्षण संस्थान द्वारा पोस्ट मैट्रिक विद्यार्थियों के आवेदन का सत्यापन नहीं किया जा रहा है। अगर 31 दिसंबर तक सत्यापन नहीं किया जाता है तो छात्रवृति से वंचित होना पड़ेगा। इसके लिए सभी शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिया गया है।
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-प्रियदर्शनी सौरभ, डीपीओ, सीतामढ़ी
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