LHC0088 Publish time 2025-12-14 04:07:20

जब भारत की इस जेल को याद कर कांपने लगा आतंकी मसूद अजहर, सुनाया सुरंग खोदने का किस्सा

/file/upload/2025/12/2877675239211241096.webp

आतंकवादी मसूद ने सुनाई जेल से भागने की कहानी।



डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के चीफ मसूद अजहर ने माना है कि 1990 के दशक में जम्मू-कश्मीर की जेल से भागने की कोशिश करने पर उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी थी।

उसके भाषण की एक ऑडियो क्लिप में उसे जेल से सुरंग खोदकर भागने की नाकाम कोशिश के बारे में बताते हुए सुना गया, जो शायद पाकिस्तान में किसी कार्यक्रम का था। उनकी आवाज लाउडस्पीकर में गूंज रही थी, जिससे पता चलता है कि कार्यक्रम खुले इलाके में हुआ था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मसूद अजहर के ऑडियो पुष्टि

भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी, जिसने 2001 में संसद पर हमले, 2008 में मुंबई हमले और कई दूसरे हमलों की साजिश रची थी, उसके ऑडियो क्लिप की इंटेलिजेंस सूत्रों ने असली होने की पुष्टि की है।

ऑडियो में मसूद अजहर को रोते हुए सुना गया, जब वह याद कर रहा था कि जम्मू और कश्मीर की कोट भलवाल जेल से सुरंग खोदकर भागने की उसकी कोशिश उस दिन कैसे नाकाम हो गई, जिस दिन उसने भागने का प्लान बनाया था।
ऑडियो क्लिप में क्या बोल रहा मसूद अजहर?

जम्मू क्षेत्र की इस जेल में हाई-सिक्योरिटी रहती ह है, जो भारत द्वारा पकड़े गए कुछ मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों को रखने के लिए जानी जाती है। ऑडियो क्लिप में मसूद अजहर ने कहा कि वह कुछ समय से कोट भलवाल में कुछ औजारों का इस्तेमाल करके एक सुरंग खोद रहा था, जो उसे किसी तरह मिले थे।

जिस दिन उसने सुरंग के जरिए भागने का प्लान बनाया था, उसी दिन जेल अधिकारियों को पता चल गया कि वह क्या कर रहा है। उसने कहा कि आज भी उसे जेल अधिकारियों से डर लगता है, जिन्होंने भागने का प्लान बनाने के लिए उन्हें और दूसरे आतंकवादियों को पीटा था।
पकड़े जाने पर मिली ये सजा

पाकिस्तान में रहने वाले आतंकवादी ने कहा, “सुरंग का पता उन्हें मेरे भागने के प्लान के आखिरी दिन चला,“ और वह रो पड़ा। ऑडियो क्लिप में मसूद अजहर को यह कहते हुए सुना गया कि भागने की नाकाम कोशिश के बाद, जेल उसके और कुछ दूसरे कैदियों के लिए एक मुश्किल जगह बन गई, क्योंकि नियमों को सख्ती से लागू किया गया, जिसमें नियम तोड़ने पर शारीरिक सजा भी शामिल थी।

उसने कहा कि उसे जंजीरों से बांध दिया गया था और रोजाना की गतिविधियों पर पाबंदियां लगा दी गई थीं। आतंकवादी की इस बात को कबूल करने से एक बार फिर यह साबित हो गया कि भारत लंबे समय से पाकिस्तान के बारे में जो कह रहा है, वह सच है कि पाकिस्तान भारत को परेशान करने के लिए आतंकवाद को एक सरकारी नीति के तौर पर इस्तेमाल करता है।

यह भी पढ़ें: अस्तित्व बचाने के लिए जैश-ए-मोहम्मद ने कराया दिल्ली धमाका? इतालवी पत्रकार के दावा ने बढ़ाई हलचल
Pages: [1]
View full version: जब भारत की इस जेल को याद कर कांपने लगा आतंकी मसूद अजहर, सुनाया सुरंग खोदने का किस्सा

Get jili slot free 100 online Gambling and more profitable chanced casino at www.deltin51.com