ठंड का असर: गले से छाती तक संक्रमण, मरीजों का चैन छीन रही खांसी
/file/upload/2025/12/8549543005671921722.webpगले और छाती में संक्रमण से बढ़ रही लोगों की परेशानी। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। सर्दी जुकाम तो ठीक हो गया है, खांसी नहीं जा रही है। गले में अब दर्द होने लगा है और खराश है। फिजीशियन को यह समस्या बताते हुए तेलियरगंज से आए रवींद्र कुमार डाक्टर के सामने ही मुंह पर रुमाल रखकर खांसते रहे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में शनिवार को डा. स्मृति सिंह की ओपीडी कक्ष से लेकर बाहर तक इस तरह की परेशानी के लगभग 15 मरीज पहुंचे। मेडिसिन की वहीं तीन अन्य ओपीडी में डाक्टरों के सामने खांसी तथा गले में खराश के मरीज 15-20 मिनट में आते रहे।
मौसम जिस तरह से उतार चढ़ाव भरा है, तापमान ऐसा है जिससे लोगों की सेहत पर विपरीत असर पड़ रहा है। जिसका सर्दी जुकाम तीन या चार दिनों में ठीक हो रहा है उसकी खांसी एक सप्ताह से 10 दिनों में भी ठीक नहीं हो रही है। गले और छाती में संक्रमण के चलते खांसी से मरीजों का चैन से रह पाना कठिन हो रहा है।
शनिवार को स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय, टीबी सप्रू चिकित्सालय \“बेली अस्पताल\“ और मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय \“काल्विन\“ में ऐसे मरीज लगातार आते रहे। ओपीडी से लेकर पैथालाजी शुल्क काउंटर तक भीड़ रही।
ज्यादातर लोगों में डाक्टरों ने मौसम का दुष्प्रभाव बताया। एसआरएन अस्पताल में यूजर काउंटर पर शुल्क जमा कर रहे मेजा से आए राधेश्याम तिवारी ने बताया कि 21 वर्षीय भतीजे मनोज की जांच कराना है। उसे 12 दिनों से खांसी आ रही है। डाक्टर ने चेस्ट एक्स-रे के लिए लिखा है।
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रात में सो नहीं पाते, कामकाज प्रभावित
जिन लोगों को समस्या खांसी और गले में दर्द की है उन्हें रात भर नींद नहीं आ रही है। दैनिक कामकाज प्रभावित होने लगे हैं। संक्रमण इस कदर है कि पीड़ितों को छाती का एक्स-रे कराना पड़ रहा है। अधिकांश लोगों को डाक्टरों के द्वारा भाप सेवन का परामर्श मिल रहा है।
रखें इसका ध्यान
[*]सुबह और रात में मौसम से सतर्क रहें
[*]बीमार हैं तो गरम पानी से ही स्नान करें
[*]चाय में अदरक और रात में दूध के साथ हल्दी लें
[*]खांसी ज्यादा आ रही है तो जांच जरूर कराएं
[*]गले में खराश होने पर गुनगुने पानी का गरारा करें
मौसम जिस तरह से कभी ठंडा और कभी गरम हो रहा है उसका विपरीत असर गले और छाती पर पड़ता है। रात में बहुत से लोग पंखे चलाकर सो रहे हैं इसका भी दुष्प्रभाव है। जिन्हें खांसी ज्यादा आ रही है वे डाक्टर के परामर्श पर जांच कराएं। घर में दो समय भाप का सेवन करें।
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-डा. सुजीत वर्मा, फिजीशियन एसआरएन अस्पताल
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