deltin33 Publish time 2025-12-14 18:08:10

Muzaffarpur News: 33 उर्वरक प्रतिष्ठानों में अनियमितता, 19 लाइसेंस निलंबित

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उर्वरक निगरानी के लिए सांसद व विधायकों का बनेगा वाट्सएप ग्रुप।



जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News:जिला उर्वरक समिति की बैठक में उर्वरकों की उपलब्धता, भंडारण, बिक्री, अवशेष, निगरानी एवं निरीक्षण व्यवस्था के साथ-साथ थोक और फुटकर विक्रेताओं की स्थिति की समीक्षा की गई।

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विधायक एवं विधान पार्षदों से आवश्यक सुझाव भी लिए गए। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर लगातार निरीक्षण और कार्रवाई की जा रही है।

रबी फसल 2025 के दौरान अब तक 286 छापेमारी की गई, जिसमें 33 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पाई गई। 19 प्रतिष्ठानों का लाइसेंस निलंबित किया गया, 11 प्रतिष्ठानों का लाइसेंस रद्द किया गया, जबकि तीन प्रतिष्ठानों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है।विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

जिलाधिकारी ने गायघाट, मीनापुर, कांटी, पारू और औराई विधानसभा क्षेत्रों में स्थानीय विधायकों के साथ समन्वय स्थापित कर विधानसभावार बैठकें आयोजित करने का टास्क दिया।

बैठकों में थोक व फुटकर विक्रेता, प्रखंड स्तरीय अधिकारी तथा कृषि विभाग के अधिकारी शामिल होंगे, ताकि आपसी समन्वय से किसानों को निर्बाध रूप से उर्वरक उपलब्ध कराया जा सके। जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सांसद एवं सभी विधायकों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए।

इस ग्रुप में हर सप्ताह उर्वरक की उपलब्धता, बिक्री और अवशेष की अद्यतन जानकारी साझा की जाएगी, जिससे जनप्रतिनिधियों को वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल सके और किसी भी समस्या का त्वरित समाधान हो सके। कृषि पदाधिकारी ने बताया कि जिले में वर्तमान में 35 थोक विक्रेता और 1,442 फुटकर विक्रेता हैं।

जिले में कुल 25,368.745 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, जिसमें से 14,963.265 मीट्रिक टन की बिक्री हो चुकी है, जबकि 10,405.480 मीट्रिक टन यूरिया स्टाक में है। बैठक में विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह, विधायक व पूर्व मंत्री ई. अजीत कुमार, विधायक अजय कुमार, विधायक कोमल सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
उर्वरक की उपलब्धता

जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि डीएपी की कुल उपलब्धता 16,074.500 मीट्रिक टन है, जिसमें से 11,505.700 मीट्रिक टन की बिक्री हो चुकी है और 4,568.800 मीट्रिक टन शेष है।

एनपीके की कुल उपलब्धता 17,241.274 मीट्रिक टन है, जिसमें से 7,746.700 मीट्रिक टन की बिक्री हुई है, जबकि 9,494.574 मीट्रिक टन स्टाक में है। एमओपी की कुल उपलब्धता 7,111.996 मीट्रिक टन है, जिसमें से 4,917.951 मीट्रिक टन की बिक्री हो चुकी है और 2,194.045 मीट्रिक टन उपलब्ध है।
उर्वरक निगरानी को लेकर यह बनी रणनीति

[*]सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों पर डिस्प्ले बोर्ड का स्पष्ट प्रदर्शन अनिवार्य
[*]डिस्प्ले बोर्ड के अनुसार भंडार का मिलान सुनिश्चित किया जाए
[*]पास मशीन के अनुसार भंडार का नियमित सत्यापन किया जाए
[*]सभी दुकानों पर फ्लेक्स के माध्यम से डिस्प्ले बोर्ड एवं जनशिकायत के लिए टोल-फ्री नंबर अंकित करना अनिवार्य
[*]किसानों को उर्वरक खरीद पर पक्का रसीद अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए
[*]उर्वरक की बिक्री निर्धारित सरकारी मूल्य पर ही सुनिश्चित की जाए

इस हेल्पलाइन का करें उपयोग

उर्वरक से संबंधित किसी भी समस्या के समाधान के लिए जिला कृषि पदाधिकारी कार्यालय में शिकायत नियंत्रण कक्ष सक्रिय है। किसान मोबाइल नंबर 9661697355 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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