विमानों के संचालन पर कोहरे का व्यापक प्रभाव, सुबह आने वाले विमान घंटों विलंबित रहे
/file/upload/2025/12/5908422299787793716.webpविमानन सेवाओं में इस प्रकार की बाधाएँ यात्रियों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। पूर्वांचल सहित वाराणसी में भारी कोहरे की वजह से सुबह विमानों का संचालन बुरी तरह प्रभावित रहा। सुबह दस बजे आसमान कुछ साफ होने के बाद बाद भी कोई विमान लैंड नहीं हो सका था। इंडिगो की पुणे की फ्लाइट ने पहले ही अपनी उड़ान को बंद कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सोमवार को काठमांडू से आने वाली बुद्धा एयर की उड़ान विलंबित रही। इसके अलावा, एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयर इंडिया की दिल्ली उड़ान भी विलंबित रही। अकासा एयर की बैंगलुरु से आने वाली फ्लाइट भी डेढ़ घंटे विलंबित हो गई है, जो 10 बजे के बजाय 11:30 बजे पहुँचने की संभावना जताई गई।
विमानन सेवाओं में इस प्रकार की बाधाएँ यात्रियों के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। विशेषकर उन यात्रियों के लिए जो विभिन्न कारणों से समय पर अपने गंतव्य पर पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं। इस स्थिति के कारण यात्रियों को अतिरिक्त समय और संसाधनों की आवश्यकता पड़ रही है।
विलंबित उड़ानों के कारण यात्रियों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई यात्रियों ने एयरपोर्ट पर लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी उड़ानों की जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया। कुछ यात्रियों ने तो अपनी यात्रा की योजना को भी प्रभावित होते देखा है। ऐसे में एयरलाइनों को यात्रियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
एयरलाइनों की ओर से यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति की नियमित रूप से जांच करते रहें। इसके अलावा, यात्रियों को यह भी सलाह दी गई है कि वे एयरपोर्ट पर पहुँचने से पहले अपनी उड़ानों की स्थिति की पुष्टि कर लें। इससे उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने में मदद मिलेगी।
एयरलाइनों को अपनी सेवाओं में सुधार करने की आवश्यकता है। यात्रियों की संतुष्टि और सुरक्षा को प्राथमिकता देना आवश्यक है। इसके लिए एयरलाइनों को बेहतर संचार प्रणाली और समय प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यात्रियों को इस प्रकार की असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है, जो कि विमानन उद्योग के लिए एक चुनौती है। इस स्थिति में, यात्रियों को धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता है और एयरलाइनों से अपेक्षा करनी चाहिए कि वे जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य करें।
Pages:
[1]