Weather forecast : सुबह में कोहरा, धूप और शुष्क मौसम के साथ सामान्य ठंड, जानिए... बिहार के कुछ जिलों में कैसा रहेगा मौसम
/file/upload/2025/12/8935500169722208764.webpWeather forecast : भगलपुर में रात में ठंड के आग के पास बैठे लोग
डिजिटल डेस्क, भागलपुर। Weather forecast : बिहार के पूर्व बिहार, सीमांचल और कोसी के जिलों में सुबह में कोहरा रहेगा। धूप और शुष्क मौसम के साथ सामान्य ठंड की संभावना है। लगातार न्यूनतम तापमान कम होता जाएगा। ठंड का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता जाएगा। धीमी गति के साथ हवा बहेगी। हालांकि दोपहर के समय कुछ समय के लिए धूप भी रहेगी। जिससे गर्मी का एहसास होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शीतलहर की कोई संभावना नहीं
भागलपुर, बांका, मुंगेर व जमुई में पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक रहने, धीमी गति की हवा चलने व नमी का स्तर 83 फीसद तक रहने से लोगों को सामान्य ठंड का एहसास हो रहा है। लोगों को पिछले वर्ष के दिसंबर की तरह की ठंडक का एहसास नहीं हो रहा है। तेज धूप की वजह से दिन में भी गर्मी महसूस हो रही है। दिन भर ठंड का असर रहता ही नहीं है। रात में ठंड लगती है लेकिन उसमें भी ठिठुरन जैसी ठंड नहीं हो रही है। मौसम विज्ञानियों ने वर्तमान परिस्थितियों में शीतलहर की कोई संभावना नहीं होने की की बात कही है। अगले कुछ दिनों तक तेज धूप निकलने व आकाश में हल्के बादल छाए रहने की संभावना भी जताई गई है।
कहता मौसम विभाग
सबौर स्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह और शाम की हवाओं में नमी के स्तर 83 प्रतिशत रहे। पश्चिमी दिशा से 2.2 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही धीमी हवा ने ठंडक को कुछ बनाए रखा। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना जताई है। उसके बाद तापमान में गिरावट आएगी। सुबह में कोहरे का असर रहेगा। धूप और शुष्क मौसम के साथ सामान्य ठंड का अहसास होगा।
अन्य जिलों के मौसम का हाल
सीमांचल के जिलों में इस तरह का मौसम रहेगा। बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग के कहा कि नदियों के तट पर रहने वाले क्षेत्र का मौसम थोड़ा अलग रहेगा। सुबह यहां ठंड ज्यादा होगी। धूप के समय यहां कोई खास परिवर्तन नहीं होगा। वर्षा की संभावना बिल्कुल भी नहीं है। खेती में किसान लग जाएं।
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