कानपुर के गोल चौराहे से रामादेवी तक 1500 करोड़ से बनेगी एलिवेटेड सड़क, दिल्ली भेजा गया DPR
/file/upload/2025/12/8006627448462741441.webpजागरण संवाददाता, कानपुर। गोल चौराहे से रामादेवी तक प्रस्तावित 10.2 किलोमीटर लंबी एलीवेटेड रोड की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर अंतिम मुहर लगाने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
लखनऊ मुख्यालय से फाइल सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय दिल्ली भेज दी गई है। अधिकारियों को उम्मीद है कि नए साल की शुरुआत में डीपीआर के साथ ही बजट को भी हरी झंडी मिल जाएगी।
डेढ़ हजार करोड़ रुपये की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को शहर के सुगम यातायात के लिए अहम माना जा रहा है। शहर के सबसे व्यस्त गोल चौराहे से लेकर रामादेवी तक एलीवेटेड रोड बनने के बाद जाम की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि इसकी डीपीआर तैयार होने की प्रक्रिया लंबी और विवादित रही। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जनवरी 2024 में एलीवेटेड रोड की डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। हेक्सा कंपनी को नवंबर 2024 तक डीपीआर तैयार कर विभाग को सौंपनी थी लेकिन संशोधनों के चलते यह काम करीब 15 माह पीछे चला गया।
बीते 21 महीनों में डीपीआर को 20 बार बदला गया। लगातार बदलाव के बाद 500 पन्नों की विस्तृत डीपीआर तैयार की गई। पीडब्ल्यूडी एनएच के इंजीनियरों का दावा है कि मंत्रालय स्तर पर तकनीकी परीक्षण के बाद जल्द ही इस पर अंतिम मुहर लग सकती है।
एलीवेटेड रोड के डीपीआर को मंत्रालय की गाइडलाइंस के अनुरूप अंतिम रूप दिया गया है। इसमें संरचना की डिजाइन, ट्रैफिक लोड, भूमि उपयोग, निर्माण चरण और लागत का विस्तार से उल्लेख किया गया है। मंत्रालय से स्वीकृति मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
रवीन्द्र जायसवाल, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी एनएच
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