किसानों को एडवाइजरी जारी, गेहूं की फसल में खरपतवार प्रबंधन के लिए करें ये काम
/file/upload/2025/12/8478475260742557023.webpगेहूं की फसल।
संवाद सहयोगी, जागरण. कासगंज। जिले में 100102 हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की फसल बुवाई की गई है। वर्तमान में फसल दशा अच्छी है और गेहूं की फसल के लिए मौसम भी अनुकूल है। गेहूं की फसल में खरपतवार प्रबंधन का विशेष महत्व है, क्योंकि खरपतवार का प्रकोप होने से गेहूं का उत्पादन लगभग 15 से 20 प्रतिशत प्रभावित होता है। कृषि विभाग ने खरपतवार के प्रबंधन के लिए किसानों को एडवाइजरी दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
खरपतवार के प्रबंधन के लिए कृषि विभाग ने दी एडवाइजरी
जिला कृषि अधिकारी डॉ. अवधेश मिश्र ने बताया कि गेहूं की फसल जिसकी बुवाई 20 नवंबर के बाद की गई है, उसमें खरपतवार प्रबंधन का यह समय है। गेहूं में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार जैसे बथुआ, सेंजी, कृष्णनील, हिरन खुरी, जंगली पालक आदि के नियंत्रण के लिए मेटसलफ्यूरान मिथाइल-20 प्रतिशत डब्लूपी की 20 ग्राम प्रति एकड़ मात्रा को 200 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
खेतों में निगरानी रखने की दी सलाह
गेहूं में सकरी एवं चौड़ी पत्ते वाले खरपतवारों के नियंत्रण के लिए मेट्रीब्यूजिन-75 प्रतिशत डब्लूपी की 100 ग्राम मात्रा या सल्फोसफ्यूरान-75 प्रतिशत डब्लूपी की 33 ग्राम मात्रा क़ो 200 लीटर पानी में घोलकर गेहूं के एक एकड़ क्षेत्र में छिड़काव करे। खरपतवारनाशी रसायनों के छिड़काव में इस समय विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है कि पौधों पर ओंस सूखने केबाद फ्लैट नोजल से छिड़काव करें।
सभी विकासखंड स्तर पर स्थित राजकीय कृषि रक्षा इकाइयों पर मेटसलफ्यूरान मिथाईल-20 प्रतिशत डब्लूपी एवं मेट्रीब्यूजिन-75 प्रतिशत डब्लूपी अनुदान पर उपलब्ध है। किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार रसायनों का क्रय कर सरकार द्वारा देय अनुदान का लाभ पा सकते हैं।
Pages:
[1]