अभिषेक हत्याकांड भागलपुर : मामा संतोष ने गोली मारकर 12 घंटे तक घर में बंद रखा, फिर इलेक्ट्रानिक आरी से काट दिया
/file/upload/2025/12/1566603812697863244.webpमामा संतोष ने ही भांजे अभिषेक की कराई थी नृशंस हत्या
- फोन पर तीनों अपराधी को पल पल क्रूरता का देता था टिप्स
- घटना का कारण संतोष का गर्ल फ्रेंड,अवैध संबंध और साइबर फ्रायड के धंधे के बारे में आगे बढ़ना विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
संवाद सूत्र, नाथनगर (भागलपुर)। नाथनगर में हुए अभिषेक कुमार के नृशंस हत्या का पुलिस ने तीन दिन बाद उद्भेदन कर दिया। पुलिस ने इस कांड में चार अभियुक्त को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मसकन बरारीपुर निवासी संतोष दास (अभिषेक का सगा मामा) उसके यहां काम करने वाला राधे मंडल,ऋतिक कुमार और आयुष कुमार को गिरफ्तार किया।इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड उसका सगा मामा संतोष दास ही है। यह अन्य तीनों अभियुक्त ने पुलिस को अपने स्वीकृति बयान में बताया है।
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कांड का मुख्य कारण संतोष की गर्ल फ्रेंड डोली को ब्लैकमेल करना और साइबर फ्रायड के धंधे के बारे में आगे बढ़ना बताया जाता है। इधर पुलिस ने रविवार की दोपहर शाहपुर गंगा के ढाब से उसका सिर और पैर को भी बरामद कर लिया।
साजिश के तहत पहले अपहरण कराया, फिर कराई नृशंस हत्या
राधे ने बताया कि संतोष दास ने ही साजिश के तहत पहले हम तीनों से अभिषेक कराया था।23 दिसंबर की रात अभिषेक को चाय पीने के बहाने ऑटो पर बैठाकर दोगच्छी के तरफ ले गए थे। उसी रात करीब नौ बजे मैने मिर्जापुर स्थित बगीचे में ले गए और उसे सबसे पहले जांघ में गोली मार दी। इसके बाद उसके मुंह में कपड़ा ठुसकर वहीं छोड़ दिया।इस काम के लिए संतोष ने दो लाख रुपए देने की बात कही थी।दस हजार रुपए हत्या में प्रयुक्त कट्टा,हेक्सा ब्लेड,रस्सी , प्लास्टिक और नशा करने के लिए दस हजार रुपए पहले दिए थे।शेष पैसा काम पूरा होने के बाद देने की बात कही थी।
राधे ने बताया कि फिर हमलोग देर रात उक्त मकान पहुंचे,कुछ घंटे रुकने के बाद उसे ऑटो पर बैठाकर 24 दिसंबर की सुबह करीब चार बसे मिर्जापुर स्थित दूसरे मकान में लाए। जिसकी दूरी वहां से लगभग आधा किलोमीटर थी।जो अर्धनिर्मित था। सुबह करीब साढ़े सात बजे उसकी पत्नी की फोन आया।फोन को म्यूट कर कर के उससे बात कराया।संतोष ने हमें वॉइस कॉल पर मैसेज किया कि अभिषेक को बोलो को वह पत्नी से कहेगा कि हम जमालपुर में दोस्त के पास आए हैं।12 बजे तक आ जाएंगे।इसके बाद फिर दोबारा मैसेज किया कि अब इसके परिवार के अन्य लोग जान लेंगे।इसको मार दो। फिर हमने (राधे) का हेक्सा ब्लेड से पहले आधा गला काटा आयुष और ऋतिक ने उसका पैर पकड़ा।
अधिक खून बहने लगा,फिर उसे कपड़ा से बांधा।फिर संतोष का मैसेज आया और कहा अब पूरा गला काटो। तब फिर काटे,इसके बाद मिट्टी खोदकर का गड्ढा बनाए ताकि खून बहार नहीं बह जाए। फिर दोनों पैर काटे। जब यह काम पूरा हो गया तो उसका मैसेज आया ।तो मैने जवाब दिया कि हां काम पूरा हो गया। इसके बाद संतोष ने 24 दिसंबर की शाम नाथनगर थाने में अभिषेक के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।फिर उसी रात 11बजे ऑटो में लादकर हम तीनों ने मिल कर उसके शव को शाहपुर पुलिया के गंगा ढाब में फेंक दिया। शव फेकने के बाद फिर संतोष ने मैसेज किया कि चलो वहां से अब तेजी से निकल जाओ।हत्या का कारण संतोष की गर्ल फ्रेंड डोली,जो विश्व विद्यालय थाना क्षेत्र में परबत्ती में रहती थी,उसके बारे में जानना और उसके साइबर फ्रायड के धंधे की जानकारी होना है। हत्या के लिए सारे टिप्स संतोष ने ही दिए।
साइबर फ्रायड केस में तिहाड़ जेल में बंद था संतोष
करीब तीन साल पूर्व दिल्ली पुलिस ने साइबर फ्रायड में संतोष को मसकन बरारीपुर स्थित उसके घर से नाथनगर पुलिस की मदद से गिरफ्तार किया था। जिसमें वह कई माह तिहाड़ जेल में बंद था। उस समय दिल्ली पुलिस ने कई मोबाइल, सोने ,चांदी के जेवरात और मोटी रकम के साथ गिरफ्तार किया था।आसपास के लोगों का कहना है कि इसका घर में बहुत बहुत महंगे महंगे समान है। पड़ोस के एक व्यक्ति ने बताया कि इसके घर में जो झूमर लगा है।एक की कीमत डेढ़ लाख है।
संतोष लड़की के जरिए भी साइबर फ्रायड कराता था
प्राप्त जानकारी के अनुसार संतोष लड़की के जरिए एटीम और पासबुक मंगाता था और फोन पर लड़की से बात करवा कर साइबर फ्रायड कराता था।
सुबह भी पुलिस की बरगला रहा था संतोष
संतोष ने सुबह नाथनगर इंस्पेक्टर को फोन करके बताया कि सिर और पैर मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के टूटा पुल के समीप नदी में फेंका हुआ है।ऐसा हमसे किसी ने बताया है।
घटनास्थल पर पहुंच कर हंस रहा था संतोष
शनिवार को जब संतोष शाहपुर पुलिया के पास पहुंचा तो हंसते नजर आया।कुछ देर रुका फिर चला गया।
एफएसएल ने गोली मारने वाली जगह और काटने वाले जगह पर खून के सैंपल किए एकत्र
रविवार को डीएसपी टू राकेश कुमार,
डीईआईयू,नाथनगर इंस्पेक्टर राजीव रंजन सिंह एफएसएल की टीम घटना स्थल पर पहुंची। बारी बारी से दोनों घटना स्थल पर से खून के सेंपल को जब्त किया।
आसपास के लोगों ने कहा ,ऐसे लोगों को फांसी से कम सजा न हो
तीन टुकड़े में काटकर हत्या की ख़बर जिसने सुनी वह हतप्रभ रह गया। जिस जगह पर अभिषेक की काटा गया था।वहां पर घनी आबादी थी । आज जब पुलिस की टीम पहुंची तो आसपास के लोग भी जुट गए।उन लोगों से यह पूछा गया कि क्या आप लोगों ने कुछ नहीं देखा तो उन लोगों ने कहा सर ठंड के कारण हम लोग सो जाते हैं। लेकिन जिसने भी इस तरह क्रूरता से हत्या की हो उसे फांसी से कम सजा न हो।
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