बिहार के पुलों की कैसी है सेहत? अगले माह 85 का मिल जाएगा हेल्थ कार्ड, IIT कर रहा तैयार
/file/upload/2025/12/6961462278405793668.webp85 पुलों का हेल्थ कार्ड मिलेगा अगले महीने। सांकेतिक तस्वीर
राज्य ब्यूरो, पटना। Bridge Maintenance Policy: पुलों के रख रखाव की नीति के तहत 250 मीटर से अधिक लंबाई वाले पुलों का हेल्थ कार्ड अगले वर्ष के पहले महीने में ही बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को उपलब्ध हो जाएगा।
ऐसे पुलों की संख्या 85 है। इनका निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा कराया गया है। पुलों का हेल्थ कार्ड पटना आईआईटी द्वारा तैयार किया जा रहा है। हेल्थ कार्ड उपलब्ध होने के बाद बिहार राज्य पुल निर्माण निगम संबंधित पुलों के रख रखाव पर काम शुरू कराएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
ड्रोन कैमरे से लेकर सेंसर तक का इस्तेमाल
पुलों का हेल्थ कार्ड तैयार किए जाने को ले ड्रोन कैमरे से लेकर सेंसर तक का इस्तेमाल किया गया है। ड्रोन कैमरे से पुल के पीयर से लेकर एक्सपैंशन ज्वायंट तक की सूक्ष्मता से तस्वीर ली गयी है। सेंसर से नीचे के हिस्से की भी रिपोर्ट तैयार की गयी है।
इसके अतिरिक्त सुपर स्ट्रक्चर पर भी रिपोर्ट बनी है। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के इंजीनियरों की टीम ने पुलों का सर्वे कर उनके हेल्थ कार्ड तैयार किए जाने को अनुशंसा की थी। पुल मेंटेनेंस पालिसी के तहत पुलों का हेल्थ कार्ड तैयार कराया जाना है।
60 से 250 मीटर तक के पुलों के हेल्थ कार्ड के लिए भी तय होगी कंपनी
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम 60 मीटर से 250 मीटर लंबे पुलों का हेल्थ कार्ड तय किए जाने को ले भी कंपनी तय होगी। इस श्रेणी के पुलों की संख्या काफी है।
राज्य उच्च पथ स्थित इन पुलों के रख रखाव के लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं 60 मीटर से कम लंबाई वाले पुलों का रख रखाव रोड मेंटेनेंस पालिसी के तहत किया जाता है।
पुलों के रख रखाव को ले बनेगी प्राथमिकता सूची
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम पुलों के हेल्थ कार्ड का अध्ययन करेगा। कौन से पुल पर तुरंत काम करना जरूरी है इसकी प्राथमिकता सूची बनेगी। परिचालन के लिहाज से खतरनाक पुलों की मरम्मत का काम प्राथमिकता सूची में ऊपर होगा।
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