cy520520 Publish time 2025-12-30 17:57:40

IPO मार्केट का नया रिकॉर्ड, 103 कंपनियों ने 2025 में जुटाए ₹1.75 लाख करोड़; मगर क्यों खफा हुए रिटेल इंवेस्टर्स?

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साल 2025 में आईपीओ के जरिए आया रिकॉर्ड फंड



नई दिल्ली। भारत के प्राइमरी कैपिटल मार्केट के प्रमुख डेटाबेस प्राइमडेटाबेस.कॉम ने आईपीओ समेत बाकी इक्विटी और डेट इंस्ट्रूमेंट पर नया डेटा जारी किया है। इसके नए डेटा के अनुसार, साल 2025 में 103 भारतीय कंपनियों ने मेनबोर्ड IPO के जरिए ₹1,75,901 करोड़ का अब तक का सबसे ज्यादा फंड जुटाया, जो पिछले साल 91 IPO द्वारा जुटाए गए ₹1,59,784 करोड़ के रिकॉर्ड से 10 फीसदी ज्यादा है।
प्राइम डेटाबेस ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रणव हल्दिया ने कहा है कि भारत के इतिहास में यह पहली बार है, जब लगातार दो सालों तक IPO से फंड जुटाने का नया रिकॉर्ड बना है। पहले IPO के लिए मजबूत साल के बाद लगभग हमेशा दो से तीन साल तक मंदी देखने को मिलती थी। हल्दिया के मुताबिक, कुल पब्लिक इक्विटी फंडरेजिंग 2025 में 18 प्रतिशत घटकर ₹3.06 लाख करोड़ रह गई, जो 2024 में जुटाए गए ₹3.74 लाख करोड़ से कम है, जिसका कारण FPO (फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर), OFS (SE) और QIP के जरिए कम फंड जुटाना रहा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

किस सेगमेंट में कितनी राशि आई (सभी राशि करोड़ रुपये में)



   वर्ष
   आईपीओ (एसएमई आईपीओ सहित)
   एफपीओ (एसएमई एफपीओ सहित)
   ओएफएस(एसई) (इनविट/आरईआईटी-ओएफएस(एसई) सहित)
   क्यूआईपी (एसएमई/इनविट/आरईआईटी-क्यूआईपी सहित)
   आईपीपी
   इनविटेशनल आईटी/रीईआईटी/एसएम-रीईआईटी
   कुल इक्विटी
   पब्लिक बॉन्ड (इनविट-आरईआईटी-पब्लिक बॉन्ड समेत)
   कुल इक्विटी + बॉन्ड


   2025
   1,87,331
   83
   19,712
   85,840
   -
   13,106
   3,06,072
   8,343
   3,14,415


   2024
   1,68,545
   18,168
   31,985
   1,47,343
   -
   7,516
   3,73,557
   11,910
   3,85,467


   2023
   54,122
   -
   21,358
   57,324
   -
   11,474
   1,44,278
   18,176
   1,62,454


   2022
   61,177
   4,314
   11,270
   12,960
   -
   1,166
   90,887
   8,111
   98,998


   2021
   1,19,469
   29
   22,912
   41,997
   -
   17,641
   2,02,048
   16,262
   2,18,310


   2020
   26,772
   15,024
   20,901
   84,501
   -
   29,715
   1,76,913
   8,281
   1,85,194


   2019
   12,985
   11
   25,999
   35,238
   -
   8,008
   82,241
   18,637
   1,00,878


   2018
   33,246
   -
   10,672
   16,587
   -
   3,145
   63,650
   30,701
   94,351


   2017
   68,827
   12
   18,094
   61,148
   4,668
   7,283
   1,60,032
   6,511
   1,66,543


   2016
   27,031
   9
   13,066
   4,712
   -
   -
   44,818
   41,827
   86,645




सबसे बड़ा IPO किसका रहा?

साल 2025 में सबसे बड़ा IPO टाटा कैपिटल (₹15,512 करोड़) का रहा। इसके बाद HDB फाइनेंशियल सर्विसेज (₹12,500 करोड़) और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स (₹11,605 करोड़) का नंबर है। दूसरी तरफ, सबसे छोटा IPO जिनकुशल इंडस्ट्रीज का था, जिसने ₹116 करोड़ जुटाए। आईपीओ का औसत साइज ₹1,708 करोड़ था, जो पिछले साल के ₹1,756 करोड़ की तुलना में थोड़ा कम है।
आईपीओ के लिए सब्सक्रिप्शन कैसा रहा?

प्राइमडेटाबेस.कॉम के अनुसार पब्लिक का कुल रेस्पॉन्स अच्छा, लेकिन 2024 की तुलना में कमजोर रहा। आंकड़ों पर नजर डालें तो 102 IPO में से 61 (यानी 60 प्रतिशत) को 10 गुना से ज्यादा का जबरदस्त रेस्पॉन्स मिला, जो 2024 में ऐसे 72 प्रतिशत IPO से कम है।
इन 61 IPO में से 27 को 50 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला। बाकी 41 IPO में से 14 को 3 गुना से ज्यादा ओवरसब्सक्राइब किया गया, 26 को 1 से 3 गुना के बीच ओवरसब्सक्राइब किया गया और बाकी 1 IPO 0.98 गुना पर अंडरसब्सक्राइब रहा।
रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी हुई कम

पिछले साल की तुलना में रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी कम हुई। रिटेल से मिलने वाले एप्लीकेशन की औसत संख्या 2025 में घटकर 14.99 लाख हो गई, जबकि पिछले साल यह 18.87 लाख थी। रिटेल से सबसे ज्यादा एप्लीकेशन एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स (54.49 लाख) को मिले, उसके बाद मीशो (54.12 लाख) और स्टैंडर्ड ग्लास लाइनिंग टेक्नोलॉजी (49.34 लाख) का नंबर आता है।
रिटेल निवेशकों द्वारा ₹2.95 लाख करोड़ की कीमत के शेयरों के लिए अप्लाई की गई रकम कुल IPO फंड से 68 प्रतिशत अधिक रही, जबकि 2024 में यह 113 प्रतिशत ज्यादा थी। ये भी रिटेल के कम उत्साह का संकेत है। हालांकि, रिटेल को कुल एलोकेशन सिर्फ ₹46,069 करोड़ रहा, जो कुल IPO फंड का 26 प्रतिशत रहा, जो 2024 के 24 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है।
लिस्टिंग गेन कैसा रहा?

हल्दिया के अनुसार, IPO रेस्पॉन्स पर कमजोर लिस्टिंग परफॉर्मेंस का भी असर पड़ा। औसत लिस्टिंग गेन (लिस्टिंग की तारीख को क्लोजिंग प्राइस के आधार पर) घटकर 10 प्रतिशत हो गया, जबकि 2024 में यह 30 प्रतिशत था। 102 IPO (गुजरात किडनी आईपीओ को हटाकर, जो 30 दिसंबर को लिस्ट हुआ है) में से 37 या 36 प्रतिशत ने 10 प्रतिशत से ज्यादा रिटर्न दिया, जबकि 2024 में ऐसे 67 प्रतिशत IPO थे।
हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर ने लिस्टिंग के दिन 75 प्रतिशत का जबरदस्त रिटर्न दिया। इसके बाद अर्बन कंपनी (62 प्रतिशत) और आदित्य इन्फोटेक (61 प्रतिशत) का नंबर है।
इश्यू प्राइस से आगे कितने आईपीओ हैं?

24 दिसंबर 2025 तक, 102 IPO में से 54 इश्यू प्राइस से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं और इन 102 IPO का औसत रिटर्न 8 फीसदी रहा। इसके मुकाबले साल 2020, 2021, 2022, 2023 और 2024 के IPO से औसत एब्सोल्यूट रिटर्न क्रमशः 326, 116, 71, 49 और 21 फीसदी रहा है। हल्दिया के अनुसार, यह इस मिथक को तोड़ता है कि IPO “हमेशा ओवरप्राइस्ड“ होते हैं और लॉन्ग टर्म रिटर्न नहीं देते हैं।


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“शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।“

(डिस्क्लेमर: यहां आईपीओ मार्केट की जानकारी दी गयी है, निवेश की सलाह नहीं। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है, इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)


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