2022 के बाद ईरान में सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन, तेहरान की सड़कों पर उतरी आवाम; वजह कर देगी हैरान
/file/upload/2025/12/1901974205821205917.webpडिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान में सोमवार को 2022 के बाद का सबसे बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला। यहां अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंचने के बाद लोग बड़े पैमाने पर सड़क पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मध्य ईरान के इस्फहान, दक्षिण में शिराज और उत्तर-पूर्व में मशहद सहित अन्य प्रमुख शहरों में भी रैलियां निकाली गईं। तेहरान के कुछ हिस्सों में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। जैसे-जैसे विरोध प्रदर्शन तेज हुए, ईरान के सेंट्रल बैंक के प्रमुख रजा फर्जिन ने इस्तीफा दे दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं । ILNA समाचार एजेंसी ने कहा कि कई व्यवसायों ने कारोबार बंद कर दिया, हालांकि कुछ ने अपनी दुकानें खुली रखीं।
\“जायज मांगों को सुनें\“
इस बीच, राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने अपनी सरकार से प्रदर्शनकारियों की जायज मांगों को सुनने का आग्रह किया। IRNA समाचार एजेंसी के अनुसार, पेजेशकियन ने कहा, “मैंने गृह मंत्री से कहा है कि वे प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करके उनकी जायज मांगों को सुनें ताकि सरकार समस्याओं को हल करने के लिए अपनी शक्ति में सब कुछ कर सके और जिम्मेदारी से काम कर सके।“
डॉलर के मुकाबले रियाल में ऐतिहासिक गिरावट
ईरान में यह प्रदर्शन तब हुआ जब ईरान का रियाल डॉलर के मुकाबले 1.42 मिलियन तक गिर गया था। सोमवार को यह डॉलर के मुकाबले 1.38 मिलियन पर कारोबार कर रहा था। खबर लिखे जाने के समय ईरानी रियाल अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 42,125.00 पर कारोबार कर रहा है। तेजी से हो रही गिरावट से महंगाई का दबाव बढ़ रहा है, जिससे खाने और दूसरी जरूरी सामानों की कीमतें बढ़ रही हैं और घरेलू बजट पर और दबाव पड़ रहा है।
नए साल में टैक्स बढ़ाने की योजना बना रही ईरानी सरकार
ईरानी मीडिया में आई रिपोर्टों से चिंताएं और बढ़ गई हैं कि सरकार 21 मार्च से शुरू होने वाले ईरानी नए साल में टैक्स बढ़ाने की योजना बना रही है।
साल 2015 के परमाणु समझौते के समय ईरान की करेंसी डॉलर के मुकाबले 32,000 रियाल पर कारोबार कर रही थी, जिसने देश के परमाणु कार्यक्रम पर सख्त नियंत्रण के बदले अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटा दिए थे।
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