भाजपा के ब्राह्मण विधायकों की बैठक पर प्रतिबंध लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ : माता प्रसाद पांडेय
/file/upload/2025/12/6963145340213137398.webpगाजीपुर के सेवराई में सपा विधायक ओमप्रकाश सिंह के भतीजे के निधन पर शोक जताने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने भाजपा सरकार पर ब्राह्मण समाज के विधायकों की अनदेखी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस उपेक्षा के चलते ब्राह्मण विधायकों ने एक बैठक आयोजित की, जिसे भाजपा ने प्रतिबंधित कर दिया। यह कदम लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है, क्योंकि सभी को बैठक करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव के उस बयान का स्वागत किया, जिसमें उन्होंने ब्राह्मण समाज को सपा में शामिल होने और सम्मान देने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि सपा हमेशा से सभी वर्गों, विशेषकर ब्राह्मण, पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समाज को सम्मान देने का कार्य करती रही है।
माता प्रसाद पांडेय ने ब्राह्मण समाज से सपा से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि सपा में सभी को सम्मान और भागीदारी मिलती है। यह बयान उन्होंने मंगलवार को जमानियां के सपा विधायक ओमप्रकाश सिंह के गांव सेवराई में दिया। इस दौरान उन्होंने विधायक के भतीजे के निधन पर शोक व्यक्त किया और दिवंगत को श्रद्धांजलि अर्पित की। पांडेय ने शोकाकुल परिवार से मिलकर अपनी संवेदना भी व्यक्त की।
भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए पांडेय ने कहा कि ब्राह्मण समाज के विधायकों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे समाज में असंतोष बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा सरकार ब्राह्मण समाज की आवाज को नहीं सुनेगी, तब तक यह स्थिति बनी रहेगी।
सपा नेता ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा से सभी वर्गों के हितों की रक्षा की है और वह आगे भी ऐसा करती रहेगी। उन्होंने कहा कि सपा में सभी को समान अवसर और सम्मान मिलता है, जो भाजपा सरकार में संभव नहीं है।
उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए ब्राह्मण समाज को सपा से जुड़ने का संदेश दिया। उनका यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। सियासी हलकों में सपा ब्राह्मण समाज को अपने साथ जोड़ने के लिए अब सक्रिय हो चुकी है।
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