दरभंगा एयरपोर्ट पर कब शुरू होगी नाइट लैंडिंग? CAT-II और नए टर्मिनल का बड़ा अपडेट
/file/upload/2025/12/9061355001082720830.webpDarbhanga Airport Night Landing: रनवे पर लाइटिंग का काम अपने अंतिम चरण में है। फोटो सौ. इंटरनेट मीडिया
डिजिटल डेस्क, दरभंगा।Darbhanga Airport CAT II System: उत्तर बिहार के लोगों को दरभंगा एयरपोर्ट बहुत प्रिय है। कुछ दिन पहले धुंध की वजह से यहां विमानों की लैंडिंग नहीं होने पर काफी किरकिरी हुई थी। इसके बाद नाइट लैंडिंग को लेकर बातें शुरू हो गई हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
धुंध और कोहरे के कारण बार-बार विमानों के डायवर्ट होने की समस्या झेल रहे दरभंगा एयरपोर्ट को जल्द ही बड़ी राहत मिलने वाली है। दरभंगा हवाई अड्डे पर नाइट लैंडिंग सुविधा शुरू करने की दिशा में काम तेज़ हो गया है। एयरपोर्ट पर CAT-II (कैटेगरी–2) अप्रोच लाइटिंग सिस्टम लगाए जाने के बाद रात और कम दृश्यता (लो-विजिबिलिटी) में भी विमानों की सुरक्षित लैंडिंग संभव हो सकेगी।
जनवरी 2026 तक नाइट लैंडिंग की उम्मीद
[*]ताज़ा जानकारी के अनुसार, दरभंगा एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग और कोहरे में विमान संचालन के लिए जरूरी लाइट इंस्टॉलेशन का कार्य जनवरी 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। हाल ही में जल संसाधन विभाग से आवश्यक एनओसी मिलने के बाद इस परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली है।
[*]रनवे के करीब 900 वर्ग मीटर क्षेत्र में अप्रोच लाइटिंग सिस्टम लगाया जाना है, जिसमें बड़ा हिस्सा पूरा किया जा चुका है। इसके चालू होते ही सर्दियों में फ्लाइट डायवर्जन की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
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एयरपोर्ट का वॉच आवर बढ़ेगा
CAT-II सिस्टम चालू होने के बाद दरभंगा एयरपोर्ट का ऑपरेशनल वॉच आवर बढ़ाया जाएगा, जिससे रात्रि में भी विमानों का संचालन संभव हो सकेगा। इससे यात्रियों को समय की बचत के साथ-साथ कनेक्टिविटी में भी बड़ा फायदा मिलेगा।
बिजली आपूर्ति होगी और मजबूत
दरभंगा एयरपोर्ट के समग्र विकास को नई ऊर्जा मिली है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BSPTCL) के बीच दरभंगा एयरपोर्ट के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस पहल से एयरपोर्ट की बिजली आपूर्ति अधिक मजबूत, विश्वसनीय और सुरक्षित बनेगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
इसके तहत होने वाली प्रमुख बातें :
[*]GSS गंगवारा में नया 33 केवी-बे स्थापित किया जाएगा
[*]गंगवारा से नए टर्मिनल भवन तक नई विद्युत लाइन का निर्माण होगा
दिखने लगी नए दरभंगा एयरपोर्ट की झलक
दरभंगा एयरपोर्ट पर बन रहा नया टर्मिनल अब आकार लेने लगा है। पहले चरण (फेज-1) में यह टर्मिनल 51,800 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में तैयार किया जा रहा है। दूसरे चरण के पूरा होने के बाद इसका कुल क्षेत्रफल 1,00,000 वर्ग मीटर से अधिक हो जाएगा।
क्षमता और सुविधाएं
[*]प्रतिदिन 8,000 से अधिक यात्रियों को संभालने की क्षमता
[*]रोजाना 50 से अधिक विमान संचालन संभव
[*]सालाना करीब 30 लाख यात्रियों को हैंडल करने की क्षमता
[*]टर्मिनल में होंगी ये सुविधाएं
[*]ग्राउंड फ्लोर पर अराइवल, पहली मंजिल पर डिपार्चर
[*]40 चेक-इन काउंटर
[*]14 सेल्फ चेक-इन कियोस्क
[*]12 ऑटोमैटिक ट्रे रिट्रीवल सिस्टम
[*]30 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर
[*]अराइवल में 4 कन्वेयर बेल्ट
[*]5 एयरोब्रिज समेत आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं
[*]एप्रन और टैक्सीवे का काम भी तेज
[*]एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण भी जारी
[*]7 कोड-सी एयरक्राफ्ट के लिए नया एप्रन
[*]दो लिंक टैक्सीवे
नए टर्मिनल के पास मल्टी-लेवल पार्किंग
एप्रन और टैक्सीवे का काम मई 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद एक साथ अधिक विमानों को पार्क किया जा सकेगा, जिससे फ्लाइट्स की संख्या बढ़ेगी और रनवे पर इंतजार की समस्या खत्म होगी।
2026 में पूरा होगा प्रोजेक्ट
करीब 912 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा दरभंगा एयरपोर्ट का नया टर्मिनल सितंबर 2026 तक पूरा होने की संभावना है। नाइट लैंडिंग सुविधा, नया एप्रन और अत्याधुनिक टर्मिनल के साथ दरभंगा एयरपोर्ट बिहार के प्रमुख एविएशन हब के रूप में उभरने को तैयार है।
नाइट लैंडिंग की सुविधा के विकास के साथ ही साथ नए टर्मिलन भवन के बनने का भी सबको इंतजार है। माना जा रहा है इसके बाद यहां की आर्थिक स्थिति और बदलेगी। पर्यटन के विकास के और नए दरवाजे खुलेंगे। औद्योगिक विकास में भी मदद मिलेगी।
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