हिंदू युवक की कनपटी पर बंदूक रखकर हत्यारे ने पूछा था ये सवाल, बांग्लादेश में बजेंद्र बिस्वास के मर्डर से पहले क्या-क्या हुआ?
/file/upload/2025/12/5745617175092096719.webpपुलिस ने विस्वास के सहकर्मी नोमान मिया को गिरफ्तार किया (फोटो - सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश के मयमनसिंह में एक और हिंदू युवक, बजेंद्र बिस्वास की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना दीपू चंद्र दास को झूठे ईशनिंदा के आरोपों में पीट-पीटकर मार डालने के कुछ दिनों बाद हुई है। 40 साल के बिस्वास की हत्या उसके ही एक सहकर्मी ने की है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गोलीबारी सोमवार को शाम करीब 6.30 बजे मेहराबाड़ी इलाके में सुल्ताना स्वेटर्स लिमिटेड फैक्ट्री में हुई। बिस्वास बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के तहत एक अर्धसैनिक सहायक बल, अंसार वाहिनी का सदस्य था। ये अर्धसैनिक सहायक बल देश में आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
सहकर्मी नोमान ने गोली चलाने से पहले सवाल पूछा
रिपोर्ट्स के अनुसार, बिस्वास की हत्या अंसार वाहिनी के ही एक और सदस्य नोमान मियां ने की है। पुलिस के मुताबिक, नोमान को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस और लोकल सोर्स के हवाले से, बांग्लादेशी मीडिया आउटलेट RTV ऑनलाइन ने बताया कि घटना के समय फैक्ट्री में कुल 20 अंसार सदस्य काम कर रहे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फैक्ट्री के अंदर दोनों सहकर्मी बैठे थे, तभी नोमान ने अपनी शॉटगन निकली और बिस्वास पर गोली चला दी, जिससे उसकी बाईं जांघ पर गंभीर चोट लग गई। बाद में, उनके साथी विस्वास को उपजिला हेल्थ कॉम्प्लेक्स ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मैमनसिंह में हिंदू युवक बजेंद्र बिस्वास की गोली मारकर हत्या
घटना के बारे में बताते हुए, अंसार सदस्य APC और लबीब ग्रुप के इंचार्ज अजहर अली ने बताया, \“घटना के समय अंसार सदस्य नोमान मियां और बजेंद्र मेरे कमरे में एक साथ बैठे थे।
अचानक, उसने बजेंद्र की जांघ पर बंदूक (शॉटगन) तानी और कहा, \“क्या मैं गोली मार दूं?\“ और फिर गोली चला दी। उसके बाद, नोमान भाग गया।\“
इस घटना की पुष्टि करते हुए, मयमनसिंह जिले के एडिशनल सुपरिन्टेंडेंट ऑफ पुलिस (फाइनेंस और एडमिनिस्ट्रेशन) अब्दुल्ला अल मामून ने बताया कि मंगलवार तड़के तुरंत ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसके बाद नोमान को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि हमले के पीछे की वजह पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि पीड़ित का शव पहले ही पोस्टमॉर्टम के लिए मयमनसिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मुर्दाघर भेज दिया गया है।
दिसंबर में तीसरी हत्या
बांग्लादेश में अशांति के बीच यह हत्या एक हफ्ते से भी कम समय में तीसरी घटना है और मयमनसिंह में दूसरी घटना है। बीते 24 दिसंबर को, 29 साल के अमृत मंडल नाम के एक और हिंदू युवक को कथित तौर पर बांग्लादेश के हुसैनडांगा इलाके में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था।
इससे पहले 18 दिसंबर को, 25 साल के हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को मयमनसिंह के भालुका उपजिला में उसकी फैक्ट्री में एक मुस्लिम सहकर्मी द्वारा झूठे ईशनिंदा के आरोपों पर भीड़ ने पीट-पीटकर बेरहमी से मार डाला था। भीड़ ने दास को मार डाला और फिर उसके शव को एक पेड़ से लटका दिया और आग लगा दी।
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