Panna Rules & Precautions (Picture Credit: Freepik)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पन्ना रत्न को बुध ग्रह (Mercury) से जोड़कर देखा गया है। ज्योतिष शास्त्र में बुध को बुद्धि, वाणी, व्यापार और संचार का कारक माना गया है। ऐसे में पन्ना धारण करने वाले जातक के जीवन के कई क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। लेकिन आपको यह फायदे तभी मिल सकते हैं, जब आप इससे जुड़े नियमों का भी ध्यान रखें। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मिलते हैं ये लाभ
ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार, पन्ना रत्न धारण करने जातक को धन-धान्य की कमी का सामना नहीं करना पड़ता। साथ ही इससे मन भी नियंत्रित में रहता है। ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि पन्ना रत्न पहनने से व्यापार में आ रही अड़चने भी दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं अगर इस ज्योतिषीय सलाह पर पहना जाए, तो इससे आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं।
इनके लिए है लाभकारी
माना गया है कि पन्ना रत्न से बुद्धि और एकाग्रता में वृद्धि होती है। यह आपकी याददाश्त और सीखने की क्षमता को बढ़ा सकता है। ऐसे में विद्यार्थियों या फिर शोधकर्ताओं के लिए यह रत्न बहुत लाभकारी माना गया है। इसके साथ ही यह रत्न आपके संचार कौशल (Communication Skills) को भी बढ़ाता है, क्योंकि बुध वाणी के स्वामी हैं।
पन्ना को \“व्यापारियों का रत्न\“ भी कहा जाता है, क्योंकि इसे धारण करने से व्यापार में नए अवसर मिलने लगते हैं, और सही निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ती है। वहीं रचनात्मकता के क्षेत्र से जुड़े लोग जैसे कलाकार, लेखक और डिजाइनर आदि के लिए भी यह रत्न काफी लाभदायक माना गया है।
पन्ना पहनने के नियम
रत्न शास्त्र के अनुसार वृष, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वाले जातक पन्ना धारण कर सकते हैं। साथ ही इस रत्न को धारण करने के लिए बुधवार (Wednesday) का दिन सबसे बेहतर माना गया है। इसे चांदी या फिर सोने की अंगूठी में जड़वाकर कनिष्ठा उंगली (Pinky Finger) में पहन सकते हैं।
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धारण करने से पहले करें ये काम
इस अंगूठी को पहनने से पहले गंगाजल, शहद और कच्चे दूध के मिश्रण में कुछ समय के लिए रखें और इसके बाद “ॐ बुं बुधाय नमः“ मंत्र का जप करें। इसके बाद इस इसे धारण कर सकते हैं। साथ ही इस बात का भी ख्यान रखें कि बिना किसी अनुभवी ज्योतिषी को अपनी कुंडली दिखाए, इस रत्न को धारण करने से बचा चाहिए, क्योंकि ग्रहों की स्थिति के अनुसार, इसके प्रभाव अलग-अलग भी हो सकते हैं।
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