फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। महात्मा गांधी मेमोरियल (MGM) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल झारखंड में चिकित्सा शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की पहल पर एमजीएम में एमबीबीएस, पोस्ट ग्रेजुएट (PG) और सुपर स्पेशियलिटी कोर्स शुरू करने की तैयारी तेज कर दी गई है। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत कुल 430 सीटों पर पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। जिससे राज्य के छात्रों को मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
स्वास्थ्य विभाग ने प्रबंधन से विस्तृत प्रस्ताव मांगा स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से विस्तृत प्रस्ताव मांगा है। प्रस्ताव में यह स्पष्ट करना होगा कि सीटों के विस्तार और नए कोर्स शुरू करने के लिए कॉलेज को किन-किन संसाधनों और सुविधाओं की आवश्यकता होगी। इसी कड़ी में शुक्रवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दिवाकर हांसदा की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
शैक्षणिक, प्रशासनिक और तकनीकी आवश्यकताओं का उल्लेख जरूरी बैठक के दौरान प्रिंसिपल ने स्वास्थ्य विभाग की योजना साझा करते हुए सभी विभागाध्यक्षों को अपने-अपने विभाग से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि प्रस्ताव में एमबीबीएस की 250 सीटें, पीजी की 150 सीटें और सुपर स्पेशियलिटी की 30 सीटें शुरू करने से जुड़ी सभी शैक्षणिक, प्रशासनिक और तकनीकी आवश्यकताओं का उल्लेख अनिवार्य होगा। इसके बाद कॉलेज स्तर से संकलित प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजा जाएगा, ताकि आगे की स्वीकृति प्रक्रिया पूरी की जा सके। फिलहाल एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 और पीजी की 50 सीटों पर ही पढ़ाई संचालित हो रही है।
इंफ्रास्ट्रक्चर और फैकल्टी पर रहेगा विशेष फोकस नया प्रस्ताव लागू होने के बाद सीटों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, जिससे कॉलेज की शैक्षणिक और चिकित्सीय क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। सीट विस्तार और सुपर स्पेशियलिटी कोर्स शुरू करने के लिए एमजीएम में मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। प्रस्ताव में नए फैकल्टी सदस्यों की नियुक्ति, आधुनिक प्रयोगशालाएं, अतिरिक्त लेक्चर हॉल, विभागीय भवन, हॉस्टल विस्तार, उन्नत मेडिकल उपकरण और लाइब्रेरी को सशक्त बनाने जैसे बिंदुओं को शामिल किया जाएगा।
राज्य के स्वास्थ्य तंत्र को मिलेगा बड़ा लाभ इसके साथ ही अस्पताल में बेड क्षमता बढ़ाने और अत्याधुनिक इलाज सुविधाएं विकसित करने की भी योजना है। एमजीएम में सुपर स्पेशियलिटी की पढ़ाई शुरू होने से झारखंड के स्वास्थ्य तंत्र को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा। गंभीर और जटिल बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को बाहर के राज्यों में रेफर करने की जरूरत कम होगी। वहीं, स्थानीय छात्रों को उच्च चिकित्सा शिक्षा के लिए राज्य से बाहर जाने की मजबूरी से भी राहत मिलेगी। कुल मिलाकर, एमजीएम मेडिकल कॉलेज का यह विस्तार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं दोनों के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ने वाला साबित होगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |