झारखंड बिजली वितरण निगम लिमेटेड।
जागरण संवाददाता, धनबाद। प्रीपेड बिजली की बकाया राशि भुगतान करने को लेकर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। बकाया बिल भुगतान करने के बाद उन्हें अपने प्रीपेड मीटर के खाते में कम से कम 200 रुपये रखना ही होगा। ऐसा नहीं करने पर उनकी बिजली काटी जा सकती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जेबीवीएनएल की ओर से 30 हजार रुपये से ज्यादा का बकाया रखने वालों की बिजली काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही यह भी निर्देश जारी किया गया है कि बिजली एकाउंट में यदि 200 रुपये से कम राशि रहती है तो सिस्टम स्वचालित तरीके से बिजली काट देगा।
किस्तों में जमा नहीं कर सकेंगे राशि
जेबीवीएनएल ने सख्ती बरतते हुए उपभोक्ताओं को किस्तों में बिल भुगतान करने की सुविधा को भी बंद कर दिया है। प्रीपेड मीटर का इस्तेमाल करने वाले वैसे उपभोक्ता जिनका बकाया अधिक हैं उन्हें इस सुविधा से फिलहाल वंचित कर दिया गया है। पूर्व में अधिक पैसे बकाया होने पर उन्हें किस्तों में पैसा भुगतान की सुविधा दी जाती थी। इसका सीधा मतलब है कि जो बकाया राशि है उसे अब पूरा भुगतान करना होगा।
जेबीवीएनएल के एक्शन का दिखा असर
30 हजार रुपये से अधिक का बकाया बिजल बिल रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू होने के एक दिन बाद ही इसका असर दिखने लगा है। शनिवार को बिजली विभाग के अलग-अलग कार्यालयों पर उपभोक्ताओं की भीड़ देखी गई।
बकाएदारों ने बिल का भुगतान किया। एक दिन में विभाग को करीब 80 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है। विभाग ने साफ आदेश दिया है कि अब 10 हजार से अधिक का बकाया रखने वालों की बिजली काटी जाएगी। |