जागरण संवाददाता, कानपुर। साइबर ठगी को रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन जगह-जगह कार्यशाला कर छात्र-छात्राओं व अन्य लोगों का इससे बचाव की जानकारी देते हैं। पार्कों और बस अड्डे, रेलवे स्टेशन पर पंफलेट बांटे जाते हैं लेकिन इसके बाद भी लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
एक आंकड़े के अनुसार साइबर ठगों ने एक दिसंबर से 18 दिसंबर तक शहर के 25 लोगों को 5.14 करोड़ रुपये की चपत लगा दी। साइबर क्राइम टीम मामलों में जांच तो कर रही है लेकिन इस पर रोक नहीं लगा पा रही।
एक जनवरी 2025 से 15 दिसंबर 2025 तक अकेले साइबर क्राइम थाने में 74 मुकदमे ठगी के दर्ज हुए हैं, जिसमें 28,21,89,722 रुपये की ठगी हुई है। हालांकि इनमें 37 ठगों को साइबर टीम ने गिरफ्तार कर जेल भी भेजा। पूर्वी, पश्चिम, सेंट्रल और दक्षिण जोन के 52 थानों में दर्ज ठगी के मुकदमों की बात करें तो ये रकम दो से तीन गुणा बढ़ सकती है।
साइबर क्राइम थाना के आंकड़े-
(एक जनवरी से 15 दिसंबर 2025 तक)
- मुकदमों की संख्या : 74
- ठगी : 28,21,89,722 रुपये
- ठगी की रकम फ्रीज कराई: 79,20,579 रुपये
- बरामद किए: 3,75,00,864 रुपये
- नामजद आरोपितों की संख्या : 38
- प्रकाश में आए नाम : 69
- जेल भेजे गए: 37
वर्ष 2024 के आंकड़े-
- मुकदमों की संख्या : 102
- ठगी: 26,77,98,115 रुपये
- बरामद किए: 3,89,55,126 रुपये
- जेल भेजे गए : 41
वर्ष 2023 के आंकड़े-
- मुकदमों की संख्या: 34
- ठगी: 5,51,13876 रुपये
- बरामद किए : 1,47,71,623 रुपये
- जेल भेजे गए : 02
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