जागरण संवाददाता, मीरजापुर। पीलीकोठी तिराहा स्थित परिवहन निगम के बस स्टैंड से पूर्वांचल के जनपदों सहित लखनऊ व नई दिल्ली तक बसों का संचालन होता है। बावजूद इसके यहां का रोडवेज भवन आज भी खंडहर में चल रहा है। यहां नहीं बैठने की सुविधा न ही बेहतर परिसर व पूछताछ काउंटर है। 60 वर्ष पहले बने भवन में दीमक लग चुका है, फिर भी उसी में अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक काम कर रहे है।
करीब चार वर्ष 2021 पूर्व मीरजापुर राेडवेज के भवन को पीपीपी माडल के तहत नया बनाने का निर्णय लिया गया था। जिसका तीन बार प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था, लेकिन एक बार भी मंजूरी नहीं मिल सकी। ऐसे में पूर्वांचल सहित लखनऊ, अयाेध्या, गाजीपुर, बलिया, जौनपुर, रायबरेली व नई दिल्ली तक सफर करने वाले यात्री इसी खंडहर भरे रोडवेज परिसर से बस पकड़कर जाने को मजबूर है। जनपद से प्रतिदिन दस हजार यात्री सफर करते है। यही नहीं खटारा बसों में यात्री सफर कर रहे है। शासन की ओर से जनपद के रोडवेज बस स्टैंड पर ध्यान नहीं दिए जाने के चलते यहां की स्थिति दयनीय होती जा रही है।
क्या बोलें यात्री
मीरजापुर का रोडवेज भवन करीब 60 वर्ष पुराना हो चुका है। यह जर्जर हो गया है। इसे नया बनाया जाना चाहिए। -रमेश चंद्र यादव, बिसुंदरपुर।
मीरजापुर के रोडवेज से पूर्वांचल के अलाव लखनऊ व नई दिल्ली तक बस संचालित होती है पर यहां न बैठने की सुविधा है न ही पूछताछ काउंटर व कोई बढ़िया छावनी भी नहीं है। -सत्येंद्र राय , फतहां।
मीरजापुर रोडवेज से आज भी वहीं खटारा बस चल रही है, जिससे यात्रियाें को सफर करने में असुविधा होती है। -अजय कुमार सिंह , मीरजापुर ।
परिवहन निगम की ओर से प्राइवेट बसों के बराबर का किराया लिया जाता है, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। बसों में वहीं खराब सीटे, टीने वाले चददर आदि की सुविधा है। इसमें सरकार को बदलाव लाना चाहिए। -जगरनाथ , मीरजापुर।
रोडवेज के भवन को बनाने का प्रस्ताव शासन को गया है। जल्द ही इस पर मंजूरी मिलने की संभावना है। -कल्पना श्रीवास्तव ,एआरएम ,मीरजापुर। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |