धुंध व शीतलहर में गिरा तापमान, पांच ट्रेनें देरी से पहुंचीं, दोपहर बाद निकली धूप। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। जिले में धुंध और शीतलहर के असर से रविवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शनिवार रात से ही घना कोहरा छाने के कारण सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। दृश्यता कम होने से देर रात और अलसुबह के समय आवागमन प्रभावित रहा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हालांकि, दोपहर बाद धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली, लेकिन ठंडी हवाओं के चलते सर्दी का असर दिनभर बना रहा। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं धुंध के कारण अनेक ट्रेनें एक से पांच घंटे देरी से पहुंची।
रविवार को अवकाश होने के कारण शहर की सड़कों पर चहल-पहल भी अपेक्षाकृत कम रही। सुबह के समय बाजारों और प्रमुख चौकों पर सन्नाटा पसरा रहा। जरूरतमंद लोग ही घरों से बाहर निकले। धुंध के कारण बाइक व दोपहिया वाहन चालकों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर वाहन चालकों ने हेडलाइट और फाग लाइट का सहारा लेकर सफर किया।
ये ट्रेनें देरी से पहुंची
उत्तर भारत में घने कोहरे का असर ट्रेनों के संचालन पर भी साफ दिखाई दिया। फतेहाबाद के जाखल मंडी रेलवे मार्ग पर लंबी दूरी की कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से पहुंचीं, जिससे यात्रियों को परेशान होना पड़ा। 20423 पातालकोट एक्सप्रेस करीब पांच घंटे की देरी से चली, जबकि 22479 सरबत दा भला एक्सप्रेस लगभग चार घंटे विलंब से पहुंची।
इसके अलावा 15743 फरक्का एक्सप्रेस एक घंटे, 20409 बठिंडा सुपरफास्ट एक्सप्रेस 45 मिनट और 64563 अंब अंदोरा एक्सप्रेस करीब डेढ़ घंटे की देरी से चलती रही। ट्रेनों की देरी से यात्रियों को प्लेटफार्म पर लंबा इंतजार करना पड़ा। सुबह-सुबह यात्रा करने वाले यात्रियों को ठंड में काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
कई यात्री कंबल और गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। स्टेशन पर पूछताछ काउंटर पर भी यात्रियों की भीड़ लगी रही, जो अपनी-अपनी ट्रेनों की जानकारी ले रहे थे। गौरतलब है कि लुधियाना रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म के कार्य के चलते रेलवे प्रशासन ने पहले ही हिसार-लुधियाना रूट की कई पैसेंजर ट्रेनों को रद कर रखा है। ऐसे में अब कोहरे के कारण लंबी दूरी की ट्रेनों में हो रही देरी से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
फसलों को होगा फायदा
मौसम विभाग की माने तो 23 दिसंबर के बाद फिर से शीत लहर शुरू हो जाएगी और अगले कुछ दिनों तक ठंड रहेगी। ऐसे में फसलों के लिए फायदेमंद है। पिछले साल इसी समय पाला जमा था जिससे फसलों पर असर देखने को मिला था। लेकिन इस बार समय पर धुंध छाने के कारण अब पाला पड़ने की संभावना कम नजर आ रही है। गेहूं व सरसों की फसल अच्छी होने की उम्मीद है। किसानों ने बताया कि जितना मौसम ठंडा रहेगा उतना उत्पादन अच्छा होगा।
धुंध का असर ट्रेनों पर पड़ रहा है। यात्रियों को समय पर जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा आनलाइन के माध्यम से जानकारी यात्री ले सकते है ताकि उन्हें परेशानी न आए। -चांद राम दहिया, स्टेशन मास्टर जाखल। |