कोडरमा में मानसिक दबाव का खौफनाक चेहरा, 2025 में 91 लोगों ने किया सुसाइड; सड़क दुर्घटना से कितनी मौतें?

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मानसिक दबाव बड़ा खतरा। फाइल फोटो  



आफताब, कोडरमा। वर्ष 2025 जिले के लिए हादसों के साथ-साथ मानसिक त्रासदी का भी साल बनकर उभरा है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष 18 दिसंबर तक जिले में विभिन्न कारणों से कुल 250 लोगों की असामयिक मौत हुई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

इनमें सड़क दुर्घटनाओं के बाद आत्महत्या दूसरी सबसे बड़ी वजह बनकर सामने आई है। जहां सड़क हादसों में 127 लोगों की मौत हुई, वहीं 91 लोगों ने खुदकुशी कर अपना जीवन समाप्त कर लिया। यह स्थिति जिले में बढ़ते मानसिक तनाव और सामाजिक दबाव की ओर इशारा करती है।

मानसिक दबाव या तनाव की वजह से हर माह जिले में लोगों ने अपनी जान दी है। यह किसी एक समय या मौसम तक सीमित नहीं है। खासकर जुलाई और सितंबर माह में आत्महत्याओं के मामलों में तेजी देखी गई। सितंबर में सबसे अधिक 11 लोगों ने जान दी, जबकि जुलाई में भी दो अंकों में मामले सामने आए।

आंकड़ों के अनुसार, आत्महत्या करने वालों में महिलाओं और युवाओं की संख्या अधिक है, जो पारिवारिक तनाव, आर्थिक परेशानी, बेरोजगारी, शिक्षा और करियर से जुड़ा दबाव तथा मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की कमी जैसे कारणों को उजागर करता है।

जिला प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है, वहीं आत्महत्याओं के बढ़ते आंकड़े यह सवाल खड़ा कर रहे हैं कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर की जा रही पहलें पर्याप्त क्यों नहीं हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि काउंसलिंग सेंटर, मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन और सामाजिक सहयोग की मजबूत व्यवस्था के बिना इन आंकड़ों को कम करना मुश्किल होगा।

अन्य कारणों से हुई मौतों की संख्या भले ही कम हो, लेकिन आत्महत्या का आंकड़ा प्रशासन और समाज दोनों के लिए चेतावनी है। यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले वर्षों में यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।
मानसिक तनाव हो तो लें मदद

मानसिक स्वास्थ्य व आत्महत्या रोकथाम के लिए कई हेल्पलाइन उपलब्ध हैं। अगर कोई व्यक्ति व उसका परिचित तनावग्रस्त है या आत्महत्या के विचार आ रहे हैं इन हेल्पलाइन पर संपर्क करें। ये सभी हेल्पलाइन गोपनीय व निश्शुल्क सहायता प्रदान करती है।

-किरण ( हेल्पलाइन: सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू की गई यह दिनरात उपलब्ध है। यह मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद, आत्महत्या के विचारों और अन्य मानसिक स्वास्थ्य चिंताओं का सामना कर रहे लोगों को सहायता प्रदान करती है। टोल फ्री नंबर : 1800-599-0019 (13 भाषाओं में उपलब्ध)

-टेली-मानस: यह भारत सरकार का राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम है जो 24 घंटे टेली-मानसिक स्वास्थ्य परामर्श सेवाएं प्रदान करता है। टोल-फ्री नंबर: 14416/1800-89-14416 (20 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध)

-राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान हेल्पलाइन: यह चिकित्सा सलाह, परामर्श और पुनर्वास प्रदान करता है। मोबाइल नंबर: 080-46110007

-वंद्रेवाला फाउंडेशन संकट हस्तक्षेप हेल्पलाइन: 9999666555, 18602662345, 18002333330

- वन लाइफ : 78930-78930

जीवन आत्महत्या रोकथाम हेल्पलाइन (जमशेदपुर, झारखंड): 06576453841, 06576555555
जिले में 2025 में असामयिक मौतें

कुल मौतें: 250
सड़क दुर्घटना: 127
आत्महत्या: 91
बीमारी से मौत: 18
करंट: 7
वज्रपात: 5
हत्या: 3

वर्ष 2025 में माहवार आत्महत्या के मामले

जनवरी 8
फरवरी 10
मार्च 5
अप्रैल 9
मई 10
जून 6
जुलाई 10
अगस्त 5
सितंबर 11
अक्टूबर 6
नवंबर 5
दिसंबर 6
नोट: आंकड़े 18 दिसंबर तक। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े
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