फाईक इन्क्लेव में अब तक नहीं चल सका बुलडोजर, रसूखदार बन रहे ढाल।
जागरण संवाददाता, बरेली। 2010 के दंगों का दर्द दूर होने में वर्षों लग गए। नाथ नगरी को अब विकास के पंख लगे, लेकिन इस उड़ान को मौलाना तौकीर और उसके करीबियों ने फिर बाधित करने का नाकाम प्रयास किया। हालात ऐसे बन गए कि इंटरनेट सेवा तक बंद करनी पड़ी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम ने इकबाल बुलंद रखते हुए उपद्रवियों पर दो-तरफा कार्रवाई शुरू कर दी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
तौकीर और उसके करीबियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा, इतना ही नहीं उनके अवैध साम्राज्य को भी नेस्तनाबूत करना शुरू कर दिया। नदीम, पार्षद उमान रजा के छह अवैध दुकान व शराफत मियां के अवैध हमसफर बरातघर और आरिफ के अवैध फहम लान, फ्लोरा गार्डन, स्काईलार्क होटल को सील किया जा चुका है।
उपद्रव के दौरान खुद को बचाने के लिए फाईक इन्क्लेव में छिपे मौलाना के उस ठिकाने को सिर्फ सील किया गया। साथ ही अन्य अवैध निर्माण पर सीलिंग और अन्य कार्रवाई नहीं की गई।
चर्चा है कि फाईक में अवैध निर्माण को बचाने में सत्ताधारी दल के कुछ जनप्रतिनिधि और रसूखदार ढाल बन रहे हैं, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उपद्रवियों के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई के संदेश को अनदेखा कर रहे। माना जाता है कि इससे पहले भी जब अवैध निर्माण पर फाईक इन्क्लेव घिरा तो कई रसूखदारों ने अपनी ताकत दिखाई, जिसके चलते कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी। जिसकी पुष्टि वर्ष 2023-2024 में मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल द्वारा कराई गई जांच करती है।
इसमें आरिफ द्वारा जगतपुर, नवादा शेखान, हरुनगला के कई चकरोड व तालाबों पर कब्जा कर कालोनी विकसित करने की बात सामने आई। जिस पर कई आरिफ समेत कई लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया, साथ ही गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
मगर, कार्रवाई परवान चढ़ने के बजाय थम गई। उस रिपोर्ट में जगतपुर के लाला बेगम बाहर चुंगी स्थित गाटा संख्या 350 पर 0.444 हेक्टेयर, 351 पर 0.047 हेक्टेयर, 367 पर 0.796 हेक्टेयर, ग्राम नवादा शेखान के बाहर चुंगी स्थित गाटा संख्या 134 पर 0.201 हेक्टेयर, 438 पर 0.126 हेक्टेयर जमीन नगर सीलिंग में दर्ज होने की बात सामने आई थी।
आरोप लगाया गया कि इनके अलावा कई अन्य गाटा संख्या पर भी अवैध कब्जा कर कालोनी विकसित की गई। अब उपद्रव के बाद एक बार फिर से आरिफ के फहम लान, फ्लोरा गार्डन और स्काईलार्क होटल तो सील कर दिया गया लेकिन उसके और सहयोगी फरहत आदि के अवैध निर्माण पर अब तक बुलडोजर कार्रवाई नहीं शुरु हो सकी है। |