कोहरे ने बढ़ाई यात्रियों की परेशानी। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सर्दी के मौसम में राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोहरे के कारण कम दृश्यता की समस्या से निपटने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए हैं।
एनएचएआई ने कहा कि सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है- इंजीनियरिंग और सुरक्षा जागरूकता उपाय।
क्या है वह उपाय?
इंजीनियरिंग उपायों में गायब/क्षतिग्रस्त सड़क संकेतों को पुन: स्थापित करना, धुंधले या अपर्याप्त फुटपाथ चिह्नों को ठीक करना, मेटल बीम क्रैश बैरियर जैसे सड़क सुरक्षा उपकरणों पर मार्कर और पीले स्टिकर लगाना तथा निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों को लागू करना शामिल है। बैरिकेडिंग और डायवर्जन संकेत को भी दुरुस्त किया गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सुरक्षा जागरूकता उपायों में कोहरे के मौसम की चेतावनी और गति सीमा प्रदर्शित करने के लिए संदेश संकेत या इलेक्ट्रॉनिक साइनेज का उपयोग, कोहरे वाले क्षेत्रों में यात्रियों को चेतावनी देने के लिए सार्वजनिक संबोधन प्रणाली का उपयोग और सार्वजनिक सेवा घोषणाओं के लिए इलेक्ट्रानिक बिलबोर्ड, रेडियो और इंटरनेट मीडिया का उपयोग शामिल है।
इंडिगो ने भी जारी की गाइडलाइंस
एएनआई के अनुसार, इंडिगो एयरलाइंस ने सोमवार को दिल्ली में कम दृश्यता और घने कोहरे के मद्देनजर यात्रा परामर्श जारी किया, जिसमें चेतावनी दी गई है कि मौसम की स्थिति उड़ानों के समय को प्रभावित कर सकती है और दिल्ली आने-जाने वाले यात्रियों को असुविधा हो सकती है। एक्स पर एक पोस्ट में इंडिगो ने यात्रियों को मौसम की स्थिति और संचालन पर इसके संभावित प्रभाव के बारे में सूचित किया।
उड़ाने हुई बुरी तरह प्रभावित
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आइजीआई) एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह घने कोहरे के कारण उड़ान संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। सुबह 3:30 बजे से नौ बजे के बीच केवल चार उड़ानें ही टेकआफ कर सकीं। विभिन्न एयरलाइन और एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, 228 उड़ानें (131 प्रस्थान और 97 आगमन की उड़ानें) रद की गईं।
जानकारी के अनुसार, आइजीआई एयरपोर्ट पर रविवार देर रात से सोमवार दोपहर को मौसम साफ होने तक 700 से अधिक उड़ानें विलंबित रहीं। इनमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह की उड़ानें शामिल थीं।
सात विमानों को स्टार्टअप क्लियरेंस मिली थी, लेकिन 3:30 बजे विजिबिलिटी गिरने के कारण उन्हें टेकऑफ की अनुमति नहीं दी गई। नतीजतन, यात्री विमान के अंदर 10 घंटे तक फंसे रहे। सुबह 5:30 बजे पार्किंग बे फुल होने के कारण 90 मिनट तक सभी आने वाली उड़ानों को रोक दिया गया।
सुबह नौ बजे तक 127 यात्री विमानों को पार्किंग बे पर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा था। हवाई अड्डे पर भीड़ और अफरातफरी का माहौल बन गया।
इसके अतिरिक्त यात्रियों को लंबी प्रतीक्षा से बचाने के लिए 228 उड़ानें रद की गईं और पांच फ्लाइट को जयपुर जैसे अन्य हवाई अड्डा पर डायवर्ट करना पड़ा।
हवाई अड्डा प्रबंधन ने स्थिति को देखते हुए तत्काल कैट-3 (लो विजिबिलिटी लैं¨डग सिस्टम) प्रक्रियाएं लागू की, फिर भी उड़ानें बुरी तरह प्रभावित रहीं।
विभिन्न एयरलाइन और एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, उड़ानों में विलंब का समय काफी लंबा रहा, जिसमें कुछ उड़ानों में देरी एक घंटे से 90 मिनट तक की रही। इस देरी का असर हाई प्रोफाइल यात्रियों पर भी पड़ा।
कर्नाटक के 20 से अधिक विधायक और तीन वरिष्ठ मंत्री भी एक इंडिगो फ्लाइट में घंटों फंसे रहे। उन्हें विमान के भीतर ही बैठे रहने को कहा गया। इंडिगो और एअर इंडिया जैसी प्रमुख एयरलाइंस ने यात्रियों को लंबे इंतजार से बचाने के लिए कई उड़ानों को रद करने का निर्णय लिया है।
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