ऑस्ट्रेलिया आंतकी हमले के मामले में नया खुलासा।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया में सिडनी के बोंडी बीच पर हनुक्का त्योहार मना रहे यहूदियों पर रविवार शाम पाकिस्तानी मूल के बाप-बेटे ने गोलियां बरसाई थीं। उनकी पहचान 50 वर्षीय साजिद अकरम और 24 वर्षीय नवीद अकरम के रूप में हुई है। साजिद 1998 में छात्र वीजा पर आस्ट्रेलिया आया था, जबकि नवीद जन्म से आस्ट्रेलियाई नागरिक है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हमले का मकसद अभी पता नहीं चला है, लेकिन पुलिस को उनकी कार में इस्लामिक स्टेट (आइसिस) के दो झंडे मिले हैं। रॉयटर के अनुसार हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है, जबकि 42 घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतकों में 10 वर्ष से 87 वर्ष की उम्र के लोग शामिल है।
प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि उनकी कैबिनेट गन कानूनों को और कड़ा करने एवं एक नेशनल फायरआर्म्स रजिस्टर पर काम करने पर सहमत हो गई है, ताकि गन लाइसेंस से कितने हथियार रखने की इजाजत हो और उसकी वैधता की समयसीमा क्या हो, इन बातों से निपटा जा सके। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग से बात की और आतंकी हमले पर संवेदना व्यक्त करने के साथ ही आस्ट्रेलिया के प्रति पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।
जांच एजेंसियों के रडार पर कैसे आया नवीद?
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, नवीद अकरम की ऑस्ट्रेलिया की खुफिया एजेंसी एएसआईओ ने छह वर्ष पहले सिडनी स्थित आईसिस ग्रुप के साथ करीबी संबंधों के लिए जांच की थी। पुलिस द्वारा आईसिस की हमले की साजिश नाकाम करने के बाद नवीद आस्ट्रेलियाई एजेंसियों के रडार पर आ गया था। नवीद का नाम जुलाई, 2019 में आईसिस के एक कट्टर आतंकी एल. मतारी की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था। मतारी अभी सात वर्ष की सजा काट रहा है और नवीद उसके करीब था।
मतारी ऑस्ट्रेलिया में आईसिस का स्वयंभू कमांडर था और सिडनी में बड़े हमले की साजिश रच रहा था। एएसआईओ को पता चला था कि मतारी के अलावा, नवीद आईसिस के कई दूसरे आतंकियों के भी करीब था। एएसआईओ महानिदेशक माइक बर्गेस ने कहा, इनमें से एक व्यक्ति को हम जानते थे, लेकिन उससे तात्कालिक खतरा नहीं था, इसलिए हमें देखना होगा कि यहां क्या हुआ। न्यू साउथ वेल्स (एनएसडब्ल्यू) के प्रीमियर क्रिस मिन्स ने खुफिया विफलता से इन्कार किया है।
पुलिस की निगरानी में है नवीद
नवीद अभी पुलिस की निगरानी में अस्पताल में है, जबकि साजिद की गोलीबारी के दौरान मौत हो गई। साजिद फल की दुकान चलाता था, जबकि नवीद को करीब दो महीने पहले ईंट बनाने के काम से निकाल दिया गया था। पुलिस के मुताबिक साजिद के पास 2015 से गन लाइसेंस था, वह एक गन क्लब का सदस्य भी था और उसके पास छह पंजीकृत हथियार थे। गोलीबारी में इन्हीं लाइसेंसी हथियारों का ही इस्तेमाल किया गया।
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड का कहना है कि पिता-पुत्र ने नवंबर में फिलीपींस की यात्रा की थी, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वे वहां क्यों गए थे। शनिवार को पिता-पुत्र ने अपने परिवार को बताया था कि वे साउथ कोस्ट पर मछली पकड़ने जा रहे हैं। इसके बजाय उन्होंने कैम्पसी में एक कमरा किराये पर लिया था। पुलिस ने उनके इसी कमरे से दो राइफलें भी बरामद की हैं।
आतंकी से भिड़ने वाले हीरो के लिए एक दिन में 11 लाख डॉलर चंदा
रॉयटर के अनुसार, हमले के दौरान एक हथियारबंद आदमी से निपटते और उसके हथियार छीनते हुए वीडियो में कैद हुए अहमद अल अहमद को ऑस्ट्रेलिया में हीरो कहा जा रहा है। 43 वर्षीय अहमद की दो गोलियां लगने के कारण सर्जरी हुई है। उसके पिता मोहम्मद फतेह अल अहमद ने बताया कि उनका बेटा ऑस्ट्रेलियाई नागरिक है और तंबाकू की दुकान चलाता है। वह पुलिस में भी रह चुका है।
एक फंडरेजिंग पेज ने अहमद के लिए एक दिन में ही 11 लाख आस्ट्रेलियाई डॉलर (774,000 अमेरिकी डालर) से अधिक की राशि एकत्रित की है। 9न्यूज.काम के अनुसार, अहमद अल अहमद का कहना है कि अगर कभी ऐसा मौका फिर आया तो वह दोबारा ऐसा करेगा।
सीरियाई मूल के अहमद को 2022 में ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता मिली थी। तंबाकू से जुड़े छोटे-मोटे अपराधों में उसे पूर्व में दोषी ठहराया गया था। प्रधानमंत्री अल्बनीज के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भी उसकी बहादुरी की सराहना की है। ट्रंप ने यहूदियों के विरुद्ध इस आतंकी हमले की निंदा भी की।
विदेश जाने वाले इजराइलियों के लिए नई गाइडलाइंस
इजरायल की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने विदेश यात्रा करने वाले इजरायलियों के लिए नई सुरक्षा गाइडलाइंस जारी की हैं। इसमें उन्हें सलाह दी गई है कि वे ऐसे बड़े आयोजनों में जाने से बचें जो सुरक्षित न हों। इसमें प्रार्थना स्थल, चबाड हाउस, हनुक्का पार्टी आदि में होने वाले आयोजन शामिल हैं। इसके अलावा उनसे यहूदी व इजरायली स्थलों के आस-पास सावधान रहने और कुछ भी अजीब या संदिग्ध दिखने पर सुरक्षा बलों को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।
मारे गए लोगों में इजरायली, फ्रांसीसी व रूसी नागरिक भी शामिल
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने हमले में एक इजरायली नागरिक की मौत की पुष्टि की है, लेकिन कोई और जानकारी नहीं दी। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा कि मारे गए लोगों में एक फ्रांसीसी नागरिक भी शामिल है, जिसकी पहचान डैन एल्कायम के तौर पर हुई है। रूस ने कहा कि मारे गए लोगों में रूसी नागरिक भी थे। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि रूस आतंकवाद के विरुद्ध बिना किसी समझौते के लड़ाई के पक्ष में है।
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