सांकेतिक तस्वीर।
संवाद सूत्र, जागरण, कण्वघाटी: शहर में स्ट्रीट डाग्स का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार रात कोटद्वार नगर निगम के वार्ड संख्या 34 में एक कुत्ते ने 30 से अधिक लोगों को जख्मी कर दिया। बाद में जब कुत्ता एक गौशाला में घुसा तो लोगों ने उसे वहीं बंद कर दिया, जहां सुबह तक उसकी मौत हो चुकी थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पिछले कुछ माह से प्रतिदिन बेस अस्पताल में कुत्तों के काटने से जख्मी लोग पहुंच रहे हैं। कई दिन तो आंकड़ा 50 के पार पहुंच रहा है। कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने के बाद नगर निगम की ओर से भी तमाम प्रयास किए जा रहे हैं।
नगर निगम जहां आवारा कुत्तों का टीकाकरण कर रहा है, वहीं पागल हो रहे कुत्तों को पकड़ कर उनका उपचार भी करवा रहा है। इन कुत्तों को रखने के लिए निगम ने पांच सेल्टर भी बनाए हैं।
इधर, आवारा कुत्तों का आतंक थमता नजर नहीं आ रहा। सोमवार शाम एक कुत्ता अचानक खूंखार हो गया और राह चलते लोगों के साथ ही घर के बाहर खेल रहे बच्चों को जख्मी कर दिया। कुत्ते के आतंक से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
बच्चों व बुजुर्गोँ का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था। कुत्ता दौड़ते हुए सतीश कुकरेती की गौशाला के भीतर चला गया, जिसे उन्होंने गौशाला में ही बंद कर दिया। लेकिन, सुबह तक उसकी मौत हो गई। क्षेत्रीय जन अंकुश, चंद्रमोहन रावत, राहुल सहित अन्य ने बताया कि कुत्ते काटने के बाद से ही क्षेत्र में दहशत है।
यह भी पढ़ें- Uttarakhand: कोटद्वार में आवारा कुत्तों का है राज, सात दिन में 104 लोगों को काटा; चैन से सो रहा सिस्टम
यह भी पढ़ें- घर में कुत्ता पाल रहे हैं तो इस बात का रखना होगा खास ख्याल, देना होगा 20 हजार जुर्माना |