सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, अररिया। जिला निबंधन कार्यालय के अभिलेखागार से मूल दस्तावेज गायब कर फर्जी दस्तावेज बनाकर चिपकाने का मामला सामने आया है। इस मामले में जिला निबंधन कार्यालय के अभिलेखपाल मो. शफी अनवर ने नगर थाना में आवेदन देकर 10 लोगों को नामजद आरोपित बनाया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इनमें अररिया जिले के फारबिसगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत खवासपुर लहसनगंज वार्ड नंबर एक निवासी एमटीएस रोहित रंजन, सुपौल जिले के सुपौल थाना अंतर्गत गोविंदपुर के एमटीएस मो शहनवाज, अररिया जिले के जोकीहाट थाना क्षेत्र के उदा निवासी मो. साजिद, अररिया के ही नगर थाना क्षेत्र के काकोरवा बस्ती निवासी वार्ड 29 के मो नाजीम, अररिया आरएस थाना क्षेत्र के चक्रदह निवासी शाह फहद आलम, जोकीहाट थाना क्षेत्र के तुर्कली निवासी मोजाहिद, जोकीहाट के ही तुर्केली निवासी मंजर, शाहबाज, सेनू और खाजा शामिल है।
आवेदन में अभिलेखपाल मो. शफी अनवर ने कहा है कि जोकीहाट के भगवानपुर वार्ड एक निवासी मो निशाद से एक आवेदन जिला निबंधन कार्यालय को पांच दिसंबर को प्राप्त हुआ था। जिसमें अभिलेखागार के अभिलेख संख्या 10272 जिल्द संख्या 65 वर्ष 1960 अररिया में फर्जीवाड़ा की बात कही थी। जिसकी अभिलेखीय साक्ष के आधार पर उनके द्वारा जांच की गई।
जांचोंपरात पाया गया कि की अभिलेख संख्या 10272 जिल्द संख्या 65 पृष्ठ संख्या 344 से 346 वर्ष 1960 को फाड़ कर एक फर्जी दस्तावेज तैयार कर जिल्द चिपका दिया गया है। जिसकी सर्टिफाइड कॉपी विगत चार माह में तीन बार निकाली गई है। जिसमें कार्यालय के कर्मी आउटसोर्सिंग एजेंसी के एमटीएस के रोहित रंजन तथा मो शाहनवाज द्वारा नकल निकाली गई है।
वहीं मो. साजिद, मो नाजिम एवं शाह फहद आलम के द्वारा प्रतिलिपि फॉर्म भरी गई है तथा स्टांप ली गई है। जिससे स्पष्ट है कि उपरोक्त अभिलेख में फर्जीवाड़ा किए जाने से लाभान्वित व्यक्ति तमीज खलीफा के वारसान मौजाहिद,मंजर, मो शहबाज, सेनू एवं खाजा द्वारा कार्यालय कर्मी रोहित रंजन एवं मो शाहनवाज तथा किन्हीं बाहरी व्यक्तियों मो. साजिद, मो. नाजीम एवं शाह फहद आलम के सहयोग से यह कृत्य संभवत अगस्त से अक्टूबर 2025 में की गई है।
इस संबंध में नगर थाना अध्यक्ष मनीष कुमार रजक ने बताया कि अभिलेखपाल मो शफी अनवर के आवेदन पर 10 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिक दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। |