विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने के लिए एडवाइजरी जारी की (फोटो: जागरण)
आशा मेहता, लुधियाना। बुधवार को पंजाब के कई जिलों में सुबह घनी धुंध छाई रही। मौसम विभाग के अनुसार तरनतारन, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, बठिंडा, मानसा व रोपड़ में घनी धुंध छाई रही।
धुंध के चलते इन जिलों में कइ जगहों पर सुबह पांच बजे से आठ बजे के दौरान दृश्यता 50 मीटर के बीच रही। जबकि आठ बजे के बाद दस बजे तक दृश्यता सौ से सौ मीटर रही। जिससे यातायात प्रभावित हुआ। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
खासकर, हाइवे पर। वाहन धीमी गति से चलते दिखे। वहीं पठानकोट, गुरदासपुर, लुधियाना, पटियाला, मलेरकोटला, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब में भी सुबह आठ बजे तक धुंध के चलते दृश्यता सौ से दो सौ मीटर के बीच रही।
इसके बाद दस बजे तक दृश्यता दो सौ से चार मीटर के दौरान रही। वहीं सुबह कड़ाके की ठंड भी रही औ सिहरन महसूसहो रही थी। हाथ ठंडे पड़ रहे थे। मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार होशियारपुर पंजाब में सबसे ठंडा रहा, जहां रात का तापमान 6.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जबकि अमृतसर में तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस, एसबीएस नगर में 7.0 डिग्री सेल्सियस, चंडीगढ़ में 8.3 डिग्री सेल्सियस, रूपनगर में 9.3 डिग्री सेल्सियस,, लुधियाना में 10.8 डिग्री सेल्सियस, पटियाला में 10.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
दूसरी तरफ विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार वीरवार व शुक्रवार को पंजाब के कई जिलों में अति घनी धुंध पड़ सकती है। जिसममें अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, बठिंडा, बरनाला, मानसा, संगरूर व पटियाला शामिल है।
इन जिलों में घनी धुंध को लेकर मौसम विभाग ने ओरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि अन्य जिलों में धुंध पड़ने काे लेकर येलो अलर्ट है। विभाग ने अति घनी धुंध की संभावना को देखते हुए लोगों को सावधानियां बरतने की एडवाइजरी भी जारी है।
विभाग के अनुसार इससे मौसम उप-डिवीजन के इलाकों में कुछ एयरपोर्ट, हाईवे और रेलवे रूट प्रभावित हो सकते हैं। गाड़ी चलाने में मुश्किल हो सकती है और यात्रा में ज़्यादा समय लग सकता है।
सड़क पर कुछ ट्रैफिक दुर्घटनाएं हो सकती हैं।जबकि पावर सेक्टर में बहुत ज़्यादा घने कोहरे वाले रास्तों पर पावर लाइनों के ट्रिप होने की संभावना है। वहीं मानव स्वास्थ्य के तहत फेफड़ों से संबंधित स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
घनी धुंध में पार्टिकुलेट मैटर और दूसरे प्रदूषक होते हैं और अगर इनके संपर्क में आया जाए तो ये फेफड़ों में जमा हो जाते हैं, जिससे वे बंद हो जाते हैं और उनकी काम करने की क्षमता कम हो जाती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत, खांसी और सांस फूलने की समस्या बढ़ जाती है।
अस्थमा और ब्रोंकाइटिस वाले लोगों के धुंध में लंबे समय तक संपर्क में रहने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों से संबंधित अन्य स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
आंखों में जलन की समस्या भी आ सकती है। आंखों की झिल्लियों में जलन होने से कई तरह के इन्फेक्शन हो सकते हैं। इसके अलावा आंखों में लालिमा या सूजन आ सकती है।\“ |