बिहार में पिंक बसों के लिए चाहिए महिला ड्राइवर
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। बिहार में वर्तमान समय में चल रही 100 पिंक बसों के लिए 225 महिला चालकों की बहाली की जाएगी। रविवार को शहर के जसोइया स्थित आईडीटीआर में पिंक बस चालकों के उत्साहवर्धन सह प्रोत्साहन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राज्य में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा कुल 100 बसों का क्रय कर मई 2025 से परिचालन किया जा रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बसों में महिलाओं की सुविधा के लिए हर समान उपलब्ध कराया गया है। पटना से 30, मुजफ्फरपुर से 20, दरभंगा से 15, भागलपुर से 10, गयाजी से 15 और पूर्णिया से 10 पिंक बसों का संचालन किया जा रहा है।
225 महिला चालकों की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि जब वे परिवहन मंत्री का जिम्मा संभाले तो अधिकारियों को निर्देश दिया कि पिंक बसों का संचालन भी महिला चालकों द्वारा ही किया जाए। उसी के तहत यह प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। 225 महिला चालकों की आवश्यकता है।
औरंगाबाद के आईडीटीआर में 19 लोगों का प्रशिक्षण शुरू किया गया है। एक माह की प्रशिक्षण के बाद उन्हें बस चलाने के लिए दिया जाएंगा। उन्होंने कहा कि अब सभी पिंक बसों की चालक एवं कंडेक्टर महिलाएं ही होगी।
21 महिला व 50 पुरुष सिपाहियों को ट्रैफिक ट्रेनिंग
परिवहन मंत्री ने कहा कि पिंक बसों से समाज में महिलाओं को समाज में सम्मानजनक स्थान एवं दैनिक गतिविधियों के लिए निर्भर आवागमन की सुविधा प्रदान कर रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 21 महिला व 50 पुरुष सिपाहियों को ट्रैफिक ट्रेनिंग दिया जा रहा है।
आईडीटीआर में हॉस्टल का होगा निर्माण
प्रशिक्षण ले रही महिलाओं चालकों की मांग पर परिवहन मंत्री ने औरंगाबाद में आइडीटीआर में हास्टल निर्माण के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यहां रहकर प्रशिक्षण ले रही महिलाओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो। परिसर में ही रहने की सुविधा मिले इसके लिए होस्टल का निर्माण जरूरी है।
पिंक बस पर मंत्री ने की सवारी
आईडीटीआर में प्रशिक्षण ले रही महिलाओं ने बस चलाया जिस पर मंत्री ने सवारी की। बिहार की पहली महिला कैब चालक अर्चना पांडेय व प्रशिक्षण ले रही रागनी कुमारी ने बारी-बारी से बस का संचालन किया जिसकी सवारी मंत्री, विधायक व अधिकारियों ने किया। |