पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच में आग का कारण शार्ट सर्किट बताया गया है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। सीर गोवर्धनपुर स्थित संत रविदास मंदिर परिसर में सोमवार सुबह एक गंभीर घटना घटित हुई। पुजारी के कमरे में आग लगने से परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना के दौरान, मंदिर के ऊपरी तलों पर मौजूद लगभग 100 श्रद्धालु धुएं में फंस गए। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
वहीं इस बाबत सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला और आग पर काबू पाया। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।
इन दिनों पंजाब और हरियाणा से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आए हुए हैं। सोमवार की सुबह, जब मंदिर में पूजा-पाठ चल रहा था, तभी साढ़े छह बजे परिसर के पीछे स्थित पुजारी जिंदर बाबा के कमरे से आग की लपटें निकलने लगीं। उस समय पुजारी कमरे में उपस्थित नहीं थे। आग की लपटें देखकर श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया और धुआं तेजी से फैलने लगा।
मंदिर प्रबंधन ने तुरंत भेलूपुर फायर स्टेशन को आग लगने की सूचना दी। कुछ ही समय में, दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। अग्निशमन दल के मुख्य अधिकारी आनंद सिंह राजूपत, एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार, थाना प्रभारी निरीक्षक लंका राजकुमार शर्मा और चौकी प्रभारी बीएचयू सौरभ तिवारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बाहर से सीढ़ी लगाकर फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकालना शुरू किया।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी के निर्देश पर अग्निशामक कर्मियों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। धुआं कम होने पर श्रद्धालुओं को मंदिर की सीढ़ियों से भी बाहर निकाला गया। लगभग एक घंटे की मेहनत के बाद सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और आग पर काबू पा लिया गया। फायर ब्रिगेड के समय पर पहुंचने के कारण आग कमरे से बाहर नहीं फैल सकी, हालांकि कमरे में रखे कंबल आदि जल गए। |